नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से टमाटर लगातार तांडव मचा रहा हैं। बाजार में टमाटर के दाम बढऩे के साथ अब अदरक-हरी मिर्च के दाम भी बढ़ चुके हैं। अदरक और हरी मिर्च की कीमत 350 से 400 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है। टमाटर की कीमतें अभी 120 रुपये से लेकर 160 रुपये तक पहुंच चुकी हैं। बढ़ती टमाटर की कीमतें देश की अनुमानित महंगाई दर पर भी असर डाल सकती हैं। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट में इसे लेकर चिंता जाहिर की है।
टमाटर को लेकर एक रिपॉर्ट जारी की गई हैं। जिसमें बताया गया है कि टमाटर की कीमत का असर प्याज-आलू पर भी होता है। भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपॉर्ट में सामने आया कि अगर टमाटर के दाम में कोई बदलाव होता है, तो प्याज और आलू पर भी उसका असर नजर आने लगता है। क्योंकि ये तीनों सब्जियां काफी हद तक एक-दूसरे पर निर्भर करती हैं। इसलिए इनकी कीमतें एक दूसरे पर असर डालती हैं। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में टमाटर, प्याज और आलू की हिस्सेदारी बहुत मामूली है, लेकिन ये प्रमुख सब्जियां महंगाई दर पर असर डालने की क्षमता रखती हैं।
क्योंकि सिर्फ सब्जियां ही महंगी नहीं हुई हैं, बल्कि मोटे अनाज-दूध के दाम भी बढ़े हैं। 2018-2019 तक खाद्य कीमतों की महंगाई दर नीचे रहती थी। इसके पीछे की सबसे अहम वजह बागवानी उत्पाद और खाद्यान्न के पर्याप्त भंडार होना थी। लेकिन हाल ही के वर्षों में खाद्य महंगाई दर बढऩी शुरू हुई है। इसकी सबसे अहम वजह सब्जियों के बढ़ते दाम भी हैं।