देहरादून (हि. डिस्कवर)
“येलो हिल्स” यूँ तो पीली पहाड़ियां देहरादून में दिखने को नहीं मिलती लेकिन हाँ जब आप उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के विधान सभा से रिस्पना पुल पार करके बस अड्डे की ओर मुढ़ते हैं, तब आपको लगभग सवा से डेढ़ किमी. दूरी पर रेड लाइट के फ़ौरन बाद अपने बाईं ओर मोटे आख़रों में पढ़ने को मिलेगा ” येलो हिल्स” बार एंड रेस्तरां….।
हल्के पीले रंग लिए इस रेस्टोरेंट के बारे में जानकारी मिलेगी कि ये उत्तराखंड के दिग्गज राजनेता डॉ हरक सिंह रावत की बहु सुप्रसिद्ध मॉडल व फेमिना मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल -2017 “अनुकृति गुसाईं” का रेस्टोरेंट है।
रेस्तरां में प्रवेश करने के पश्चात् व ऑर्डर देने तक आपको लगेगा कि सामान्य तौर पर आप एक रेस्टोरेंट में आएं हैं, जहाँ आपको पेटपूजा करनी है या बार में जाकर ड्रिंक करना या फिर चाय कॉफ़ी, मॉकटेल लेना है। फिर ऑर्डर की इंतजारी में आप सरसरी नजर रेस्टोरेंट के ओने – कोने में ड़ालते हैं तो पाते हैं यहाँ ऑर्गनिक प्रोडक्ट भी सजे हैं। फिर नजर एक स्लिप टाइप के नोट्स पर चिपक जाती है, जिस में गढ़वाली में लिखा हुआ है – “यदि आप हम दगड़ी उत्तराखंडी भाषा म बात करला, त हम हम तै बौत अच्छू लगलू।”
सच कहें तो ये शब्द पढ़ते ही आपकी मनोवृत्ति में दो ख्याल आएंगे, पहला यह कि आप उन शब्दों की प्रशंसा कर आत्ममुग्ध होंगे कि कम से कम कोई उत्तराखंडी तो है जो अपनी बोलि भाषा के प्रति सजग है या सजगता दिखला रहा है। दूसरा अगर आप उत्तराखंडी लोक संस्कृति व लोक समाज के प्रति ईमानदार उत्तराखंडी हैं तो आप आत्मग्लानि महसूस करेंगे कि मैं वेटर से या अपने संगी साथियों के साथ अपनी मातृभाषा में बात नहीं करता।
बहरहाल “येलो हिल्स” रेस्तरां के इन शब्दों ने ही नहीं बल्कि उसकी कॉफ़ी औए स्नैक्स व फ़ूड्स भी आपका मन प्रसन्न कर देगा ऐसा हमने स्वयं महसूस किया है।