Saturday, July 27, 2024
Homeउत्तराखंडकल राजधानी दून में पहली बार दिव्य दरबार लगायेंगे बागेश्वर धाम के...

कल राजधानी दून में पहली बार दिव्य दरबार लगायेंगे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

देहरादून। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में चार नवंबर शनिवार को लगने वाला धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार अब दून के परेड ग्राउंड के पास खेल मैदान में लगेगा। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज में अनुमति को लेकर क्लीयरेंस नहीं मिलने और सुरक्षा कारणों के चलते आयोजन स्थल में बदलाव करना पड़ा। परेड ग्राउंड खेल मैदान में दरबार लगाने के लिए खेल निदेशालय से अनुमति मिल गई है। वहीं, शुक्रवार को हवन पूजा के साथ तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। बता दें कि राजधानी दून में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का पहली बार दिव्य दरबार लगाया जा रहा है।

श्री पशुपतिनाथ मंदिर भारत चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से इस कार्यक्रम को रायपुर के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में कराया जा रहा था, लेकिन बृहस्पतिवार को रायपुर से कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। कार्यक्रम के संयोजक निवृत्ति यादव ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए रायपुर के स्टेडियम के बजाय अब कार्यक्रम दून के परेड ग्राउंड के पास खेल मैदान में होगा। दरबार में 40 से 50 हजार भक्तों के पहुंचने की संभावना है। चार नवंबर को धीरेंद्र शास्त्री का दरबार पांच बजे से शुरू होकर रात दस बजे तक चलेगा। सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष कुमार ने बताया कि किन कारणों से बदलाव हुआ, यह जानकारी नहीं है। लेकिन अब यह आयोजन परेड ग्राउंड खेल मैदान में होगा।

परेड ग्राउंड शहर के बीच में है। धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में भक्तों की काफी संख्या में भीड़ उमड़ती है। दून में उनका दरबार पहली बार लगने जा रहा है। ऐसे में कार्यक्रम में भीड़ आने की उम्मीद है। इसलिए प्रशासन को परेड ग्राउंड में कार्यक्रम को लेकर काफी मशक्कत करनी होगी। खासकर यातायात को लेकर बड़ी चुनौती होगी। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम में देहरादून के साथ ही उत्तराखंड और आसपास के राज्यों से लोग आएंगे।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES

ADVERTISEMENT