देहरादून (हि.डिस्कवर)।
शहर के नामी बिल्डर सतिन्दर सिंह उर्फ बाबा साहनी ने शुक्रवार को यहां एक इमारत की आठवीं मंजिल से कूद कर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।अधिकारियों ने बताया कि मृतक बाबा साहनी (59) के पुत्र रणवीर सिंह द्वारा दी गयी तहरीर तथा आत्महत्या से पूर्व उनके द्वारा लिखे एक नोट के आधार पर पुलिस ने मामले में आरोपी गुप्ता बंधुओं-अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दिन में साढ़े 11 बजे राजपुर में पैसिफिक गोल्फ स्टेट इमारत के पास एक व्यक्ति के घायल अवस्था में बेहोश पड़े होने की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। व्यक्ति की पहचान रेस कोर्स क्षेत्र में रहने वाले बिल्डर साहनी के रूप में हुई और पता चला कि उन्होंने इमारत की आठवीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या का प्रयास किया है।
साहनी को उनके पुत्र द्वारा तत्काल निजी मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी। पुलिस को दी तहरीर में रणवीर सिंह ने गुप्ता बंधुओं पर उनके पिता को डराने, धमकाने व ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बाबा साहनी ने पूर्व में भी पुलिस को एक प्रार्थनापत्र देकर गुप्ता बंधुओं पर उनकी एक परियोजना को लेकर अनावश्यक रूप से दवाब बनाने की शिकायत की थी। पुलिस ने बताया कि उन आरोपों की नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच की जा रही है।
रणवीर सिंह ने अपनी तहरीर में यह भी कहा कि गुप्ता बंधुओं द्वारा उनके पिता के विरूद्ध उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक झूठी शिकायत दर्ज कराई गयी थी और वे साहनी को उनकी दोनों कंपनियां उनके नाम करने अन्यथा उन्हें व उनके दामाद को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहे थे । पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिल्डर के आत्महत्या से पूर्व लिखे नोट तथा उसके पुत्र की तहरीर के आधार पर थाना राजपुर में गुप्ता बंधुओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
कांग्रेसी नेता सूर्यकांत धस्माना ने लगाए गंभीर आरोप
विगत शुक्रवार को देहरादून के जाने माने प्रतिष्ठित बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी उर्फ बाबा साहनी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ।
ये दोनों लोग दक्षिण अफ्रीका में वांछित थे व इनकी गतिविधियां हमेशा संदिग्ध रही हैं और ये अन्य बड़े अपराधों में शामिल हो सकते हैं। यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कही।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि गुप्ता बंधुओं की पहुंच बड़ी राजनैतिक हस्तियों से है और एक जमाने में उत्तराखंड राज्य सरकार में उनको मंत्री का दर्जा व जेड सुरक्षा भी मुहैय्या करवाई गई थी । धस्माना ने कहा कि देहरादून में गुप्ता बंधुओं के घर इनकम टैक्स के छापे व दक्षिण अफ्रीका में उनके खिलाफ कार्यवाही के बावजूद वे भारत व उत्तराखंड तथा उत्तरप्रदेश में लगातार सक्रिय रह कर जिस प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं यह बिना राजनैतिक व प्रशासनिक संरक्षण के संभव नहीं है। धस्माना ने कहा कि सत्येंद्र साहनी आत्महत्या पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी है क्यूंकि इस वक्त देहरादून व उत्तराखंड में देश व दुनिया के अनेक अपराध जगत के लोग सफेदपोश बन कर बिल्डर व खनन का काम कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि हाल ही में देहरादून में खनन का बड़ा काम बाहर के लोगों की कंपनी को पीछे के दरवाजे से दे दिया गया । इसी प्रकार जमीनों व बिल्डर का काम भी स्थानीय लोगों के साथ मिल कर अनेक संदिग्ध लोग कर रहे हैं। राज्य की सरकार को व पुलिस तथा खुफिया तंत्र को सतर्क रह कर ऐसे लोगों के खिलाफ अपराध घटित होने से पहले कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा किसी भी वक्त कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।