गंधोरा धाराशिव / महाराष्ट्र (हि. डिस्कवर)
यह किसी भी जिले का भाग्य ही होता है कि उसके भाग्य में कैसे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मिलते हैं। कभी महाराष्ट्र का सूखाग्रस्त क्षेत्र व अपराध का प्राय कहलाने वाले क्षेत्र धाराशिब आज एक ओर हरित क्रांति का धोत्तक बन गया है तो दूसरी ओर यह क्षेत्र लगभग 60 से 80 प्रतिशत अपराध मुक्त क्षेत्र कहलाने लगा है। पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी के अतुलनीय प्रयासों को देखते हुए श्री भवानी योगक्षेत्रम संस्थान के योगी अरविन्द व पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ‘मैती’ द्वारा पुलिस अधीक्षक को उनके हरित क्रांति के क्षेत्र में किये गये अतुलनीय कार्यों के लिए विगत 26 अगस्त को “वृक्ष निधि सम्मान” से सम्मानित किया गया है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से महाराष्ट्र पहुंचें पद्मश्री कल्याण सिंह रावत “मैती” ने जहाँ एक ओर श्री भवानी योगक्षेत्रम संस्थान के योगी अरविन्द द्वारा अपने क्षेत्र में क़ृषि व वानिकी के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की दिल खोलकर प्रशंसा की है, वहीं उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि यह बेहद आश्चर्य जनक है कि एक पुलिस अधिकारी अपने सामाजिक हितों में किये गये कार्यों के लिए एक ऐसे क्षेत्र में जनता का बेहद लोकप्रिय बन जाता है जहाँ अपराध का ग्राफ़ शीर्ष पर रहा हो। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी ने सम्पूर्ण धाराशिव क्षेत्र व हाईवे में 20000 से भी अधिक वृक्षारोपण करवा है। उन्होंने सम्पूर्ण जिले के प्रत्येक थाना क्षेत्र में वृक्ष लगवाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है व क्षेत्र के अपराधियों को पकड़कर उन्हें आम जीवन में लौटने व सुसभ्य समाज में उठने बैठने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिस से क्षेत्र में 60 से 80 प्रतिशत अपराधों पर अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि कुलकर्णी सचमुच वृक्ष निधि सम्मान के सच्चे हकदार हैं।
पद्मश्री कल्याण सिंह रावत “मैती” ने श्री भवानी योग क्षेत्रम संस्थान के योगी अरविन्द द्वारा सामाजिक हित में जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सच कहूं तो कभी कभी भ्रम होता है कि क्या योगी अरविन्द का पिछला जन्म कहीं हमारी देवभूमि उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में तो नहीं हुआ होगा! क्योंकि ऐसे मनीषी कम ही पैदा होते हैं जो प्रकृति के संवर्धन व संरक्षण के लिए जीवन पर्यंत कार्य करते हैं। योगी अरविन्द प्रकृति के ऐसे पुत्र हैं जो हर वनस्पति में देवतुल्य प्राण देखते हैं। यह माँ भवानी का ही आशीर्वाद होगा कि योगी अरविन्द अब तक 6 लाख से अधिक वृक्ष पूरे भारत में लगाए हैं। उन्होंने कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, जम्मू कश्मीर राज्यों में पौधे रोपित और वितरित किए हैं। हर राज्य में स्कूली बच्चों को संबोधित कर, उनके द्वारा योगी जी पौधों को लगाकर जीवित रखने की शपथ दिलवाते हैं। जिस से वृक्षों का संवर्धन भी होता हैं।
पद्मश्री कल्याण सिंह मैती बताते हैं कि योगी अरविन्द के अनुसार उन्होंने चार धाम मार्ग के नूतनीकरण के समय फैले मलबे में 32 लाख बीजों का छिड़काव और सीड बॉल के माध्यम से लगाकर श्री योगी अरविंद ने अनूठा प्रयास किया हैं। अब योगी अपने राज्य महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त प्रदेश मराठवाड़ा के धाराशिव जिले में अपने संस्थान श्री भवानी योगक्षेत्रम के माध्यम से लगातार 10 वर्षों से वृक्षारोपण और वृक्ष वितरण कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि योगी अरविन्द के पास लगभग 28 एकड़ ज़मीन है जिसमें वह स्वयं भी बहुत शिद्द्त से खेती करते हैं। इस बार उन्होंने इन खेतोँ में विभिन्न फसलों के साथ 40 कुंतल हल्दी का उत्पादन भी किया है। क्षेत्र भर में फलदार आम्र वृक्षों की बहुत सारी प्रजाति का रोपण हुआ है और विगत 26 अगस्त को हुए इस समारोह में भी उनके आश्रम क्षेत्र में वृक्षारोपण किया गया है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि श्री भवानी योगक्षेत्रम संस्थान द्वारा 26 अगस्त 2023 सघन वृक्षारोपण के दौरान लगभग 10 गाँवों के बच्चे, युवा, बुजुर्ग व माँ बहनों द्वारा आम्र वृक्ष की विभिन्न प्रजातियों के 4221पौधे रोपित किये गये, साथ ही साथ वितरित भी किये गये जिसे देखकर मन तृप्त हो गया और अब मुझे लगता है कि यह क्षेत्र पर्यावरणीय संतुलन बनाकर आगे सूखाग्रस्त नहीं रहेगा वरना पूर्व में इस क्षेत्र ने सूखाग्रस्त अकाल भी झेला है। उन्होंने बताया कि योगी अरविन्द के आश्रम में दर्जन भर गौ मातायें भी हैं, उन्हें यह जानकार बड़ी प्रसन्नता हुई कि ऐन कार्यक्रम के दौरान एक गौ माता ने बछड़े को जन्म दिया है, जिस से गौ वंश में वृद्धि हुई है।
श्री भवानी योग क्षेत्रम संस्थान के योगी अरविन्द नें बताया कि यह आश्रम द्वारा पौधारोपण एवं वितरण का 10वाँ वर्ष है। इन 10 वर्षों में अकेले तुलजापुर तहसील के 23 गांवों में उनके निजी प्रयासों व ग्रामीणो के सहयोग से अब तक लगभग 65000 वृक्ष लगाए गए हैं । वृक्ष रोपण सचमुच मैन को बेहद संतुष्टिदायक लगता है.अभी लंबा रास्ता तय करना है।
उन्होंने फोन पर जानकारी देते हुए कहा कि हालांकि अभी तक के वृक्षारोपण सफल हुए हैं लेकिन यह नाकाफी हैं क्योंकि हमारा क्षेत्र सूखाग्रस्त क्षेत्र है, इस क्षेत्र की उर्वरा शक्ति व उष्णता व नमी को बरकरार रखने का एक मात्र साधन प्राकृतिक संतुलन बनाये रखने का है, उसके लिए मैं जी जान से वृक्षारोपण में लगा हुआ हूँ ताकि हम अपने पशु पक्षी व गौ वंश की के प्राण रक्षा के लिए मेघ जल बर्षा को निमित्त बना सकें। मैं वास्तव में गायों को लेकर चिंतित बेहद चिंतित हूँ क्योंकि कम बारिश के कारण चारे की गंभीर कमी पैदा हो गई है।
श्री योगी अरविन्द ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणो द्वारा श्री भवानी योगक्षेत्रम संस्थान में देवभूमि उत्तराखंड से आये पद्मश्री कल्याण सिंह रावत का यथासंभव स्वागत किया गया। धाराशिव जिले के पुलिस मुखिया अतुल कुलकर्णी द्वारा मां तुलजा भवानी के मंदिर में रावत जी के विशेष दर्शन करवा कर, माता की प्रतिमा देकर सम्मानित किया।
ज्ञात होकि धाराशिव क्षेत्र स्थित माँ तुळजा भवानी मंदिर वह सिद्धपीठ है जहाँ छत्रपत्ति शिवाजी ने माँ शक्ति की आराधना की थी व माँ ने प्रकट होकर उन्हें तलवार भेंट की थी, जिसके दम पर शिवाजी ने मुगलों से कई युद्ध किये व हर युद्ध में उन्होंने विजय प्राप्त की।