Monday, February 10, 2025
Homeउत्तराखंडघोड़े, खच्चरों की मौत का सतपाल महाराज ने लिया संज्ञान ! पर्यटन...

घोड़े, खच्चरों की मौत का सतपाल महाराज ने लिया संज्ञान ! पर्यटन मंत्री ने पशुपालन मंत्री सौरव बहुगुणा से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा।

देहरादून 27 मई-2022 (हि. डिस्कवर)।

चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हो रही है। यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रदेश के पर्यटन एंंव धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर को आदेश दिए हैं कि केदारनाथ में श्रृद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ नहीं होनी चाहिए। उन्होने केदारनाथ में घोड़े, खच्चरों की मौत का आंकड़ा बढ़ने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस पर तुरंत विराम लगना चाहिए।

पर्यटन एंंव धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार रिकॉर्डतोड़ इजाफा हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए प्रसन्नता की बात है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अधिकारी इस प्रकार की व्यवस्था को अमल में लाएं कि श्रद्धालुओं को धीरे-धीरे धामों की ओर भेजा जाए। श्री महाराज ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी सूरत में केदारनाथ में यात्रियों की अत्यधिक भीड़ नहीं होनी चाहिए।

केदारनाथ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लगातार हो रही घोड़े खच्चरों की मौत पर प्रमुख राजनेत्री एवं पशु अधिकारवादी मेनका गांधी ने भी पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से दूरभाष पर वार्ता कर गहरी चिंता व्यक्त की है। जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होने पशुपालन मंत्री सौरव बहुगुणा से बात कर घोड़े खच्चरों को रेगुलेट करने के साथ साथ उनसे इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। श्री महाराज ने पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि घोड़े खच्चरों को खाना खाने के बाद तीन-चार घंटे का आराम मिलना चाहिए। ताकि यात्रा को पूरी तरह से रेगुलेट किया जाए।

उन्होंने कहा कि यात्रियों को पहले ही रोका जाए और धीरे-धीरे करके उन्हे धामों को भेजा जाए, ताकि केदारनाथ में अत्यधिक भीड़ के कारण जानवरों पर दबाव न पड़े। उन्होंने कहा कि मूक जानवरों का ध्यान रखना हमारा दायित्व है। इसलिए इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES