Sunday, July 13, 2025
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कांग्रेस के घोषणा-पत्र में शामिल नहीं है मुस्लिम विश्वविद्यालय, फिर अकील अहमद से हरीश रावत की कौन से समझौते हो रही है बात?

(मनोज इष्टवाल)

उत्तराखंड की सियासी माहौल में जहां मौसम सर्द है वहीं पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व मुख्यमंत्री पुष्कर की बयानबाजी राजनीतिक गलियारों में उबाल ला दिया है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाये जाने के बारे में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अकील अहमद के वायरल वीडियो ने अचानक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को पसोपेश में डाल दिया है। इस बयान पर जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेसी नेता हरीश रावत को आड़े हाथों लिया है वहीं अब हरीश रावत अपने बचाव में बेहद डिफेंसिव बयान देने को मजबूर हो गए हैं क्योंकि वे भले से जानते हैं कि इस बयान के बाद बमुश्किल सतातन हिन्दू धर्मावलंबियों का बखेड़ा खड़ा होगा और उनकी पूरी रणनीति तहस नहस हो सकती है।

दूसरी ओर भाजपा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर अकील अहमद को कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए जाने का लेटर अपलोड किया है, जिसमें अकील अहमद कह रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस वरिष्ठ नेता हरीश रावत से उनका समझौता इसी बात पर हुआ है कि राज्य में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनेगी।

इस बयान पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के ‘चार धाम-चार काम’ बस यहीं रह गए हैं कि वह उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनवाएंगे।

ऐंन विधान सभा के चुनाव प्रचार के दौरान अकील अहमद ने अपना बयान भी सोशल मीडिया पेज पर डाला है। इसमें अकील अहमद कह रहे हैं कि हरीश रावत ने उनसे वादा किया है कि उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी। वहीं वीडियो में अकील अहमद कह रहे हैं कि उनका हरीश रावत से समझौता इसी बात पर हुआ है, कि राज्य में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनेगी, जिसमें मुस्लिम बच्चे पढ़ सकें और शिक्षित हो सकें। अकील अहमद कहते सुनाई दे रहे हैं कि हरीश रावत ने उनसे कहा है कि अगर वो मुख्यमंत्री बनते हैं, तो सारे काम होंगे।

दूसरी तरफ भाजपा ने सवाल उठाया है कि जिन लोगों ने देवप्रयाग में संस्कृत यूनिवर्सिटी बनाने का विरोध किया, वो ही लोग उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना करना चाहते हैं। फिलहाल अकील अहमद का बयान सोशल मीडिया पर तैर रहा है और लोग तमाम तरह के कमेंट कर रहे हैं।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि जब मैंने संस्कृत यूनिवर्सिटी की बात कही थी तब किसी ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब किसी ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर कुछ कह दिया है तो भाजपा के लोग सोची समझी साजिश के तहत उस बयान को तूल दे रहे हैं।

ज्ञात हो कि अकील अहमद सहसपुर सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से मजबूत दावेदारी पेश कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने आयेंद्र शर्मा पर भरोसा जताते हुए उनको टिकट थमा दिया। इस से नाराज होकर अकील अहमद निर्दलीय मैदान में उतर आए थे। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से उनको मनाया गया। उनका यह बयान इसी परिपेक्ष में सामने आया है कि उन्होंने इन शर्तों पर अपना नामांकन वापस लिया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि हरीश रावत के समय जुमे की नामज के लिए भी हुआ करती थी छुट्टी। धामी बोले कि कांग्रेस की नीति रही है। जब से देश आजाद हुआ है, तब से कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। भाजपा ने हमेशा न्याय की बात कही है। एक तरफ कांग्रेस चारधाम की बात कर रही है। वहीं दूसरी ओर देवभूमि में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की पैरवी कर रही है। ये कांग्रेस की मानसिकता दर्शाती है। कि चारधाम में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाकर वो क्या करना चाहती है। हरीश रावत पहले से इसके समर्थक रहे हैं। उनके समय में जुमे की नमाज पढ़ने के लिए भी छुट्टी हुआ करती थी।

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी बुधवार को देहरादून में एक चुनावी जनसभा व वर्चुअल रैली को संबोधित किया। उन्होंने चारधाम (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री यमनोत्री) को नमन कर अपने संबोधन की शुरुआत की।

उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोला और कहा कि पांच साल में भाजपा ने हर वादे को तोड़ा है। राज्य की महिलाएं महंगाई और समाज का बोझ उठा रही हैं। आशा और आंगनबाड़ी की महिलाएं परेशान हैं। किसान नौजवान और दलित परेशान हैं। कहा कि कांग्रेस के समय में उत्तराखंड में विकास हुआ है। भाजपा रोजगार की नहीं, केवल धर्म की बात कर रही है। कहा कि कांग्रेस जनता के लिए काम करना चाहती है।

प्रियंका गांधी ने कहा कि सभी किसानों का बकाया दिया जा सकता था, लेकिन प्रधानमंत्री ने क्या चुना? अपने लिए जहाज. उन्होंने वोटरों से कहा, ‘आपके पास कांग्रेस के रूप में एक विकल्प हमेशा है, जो लगातार आपके लिए काम करने के लिए खड़ी है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों में फूट डालने का काम करती है. घर का मुखिया ही घर तोड़ने में लगा है. ‘नकारात्मक राजनीति को नकारें. किसी भी पार्टी का नेता आए, तो उससे पूछिए कि वह आपके लिए क्या काम करेगा.’

प्रियंका गांधी ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि देहरादून से उनके परिवार का पुराना रिश्ता है. ‘कई पीढ़ियों से हम इस प्रदेश में आ रहे हैं. हमने भी यहीं से पढ़ाई की है और मेरे बच्चे भी यहीं से पढ़े हैं.’ उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महंगाई रोकना हमारे हाथ में नहीं, लेकिन राहत देना हमारे हाथ में है.

कांग्रेस के घोषणापत्र की बड़ी बातें
– उत्तराखंड में 21 तरह की पेंशन लागू करेंगे।
– स्वरोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य पर करेंगे काम।
– 5 लाख गरीब लोगों को हर साल 40 हज़ार रुपये देंगे।
– पहले साल 100 यूनिट बिजली फ्री, अगले साल 200 यूनिट बिजली फ्री।
– चार लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा।

कांग्रेस के घोषणा-पत्र के प्रमुख बिंदु।

◆ सरकार बनने के पहले वर्ष 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाएगी, इसके पश्चात चरणबद्ध तरीके से यह छूट बढ़ाई जाएगी।

◆ स्नातकोत्तर छात्रों को मिलेंगे ₹500000 के स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड।

◆ सरकारी नौकरी में लगी रोक को तत्काल हटाया जाएगा और वर्तमान में 57 हज़ार पद है जिनको पहले साल में भरा जाएगा।

◆ राज्य में लोकायुक्त व्यवस्था को लागू किया जाएगा।

◆ पुलिस विभाग में रिक्त पदों को तत्काल भरा जाएगा जिसमें 40% पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे।

◆ अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में ब्लॉक कैडर व्यवस्था को लागू किया जाएगा।

◆ प्रदेश में समुचित शिक्षा ढांचा विकसित करने के लिए शिक्षा बजट में वृद्धि की जाएगी।

◆ शहीद सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली राशि दोगुनी की जाएगी साथ ही प्रत्येक सहित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

◆ राज्य पुलिस कर्मियों को 4600 रुपये का ग्रेडपे दिया जाएगा
खनिज उत्खनन को एक उद्योग और व्यापार के रूप में मान्यता और सम्मान प्राप्त हो, अवैध खनन को बंद किया जाए 2017 की नीति को और अधिक बेहतर बनाकर राजस्व में वृद्धि की जाएगी।

◆ 3p मॉडल पर काम होंगे जो प्रोड्यूस प्रोसेस और पार्टनर पर आधारित होंगे ग्राम उद्यमिता पार्कों के माध्यम से सूक्ष्म एवं लघु उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा राज्य के 15 ब्लॉकों को सघन फल पट्टियों के रूप में विकसित किया जाएगा। नए फल, नया बाजार की नीति को अपनाया जाएगा।

◆ राज्य की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी।

◆ चीनी मिलों का आधुनिकीकरण किया जाएगा और गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की प्रक्रिया में सुधार किया जाएगा जिससे कि गन्ना भुगतान समय से किया जा सके।

◆ किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर राजनीतिक द्वेष के तहत मुकदमे लगाए थे वह सभी मुकदमे वापस लेंगे।

◆ अगले 5 वर्ष में निर्यात को 3 गुना तक बढ़ाने के लक्ष्य के साथ राज्य के दोनों प्रमुख हवाई अड्डों में निर्यातकों की सुविधा के लिए कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाएंगे सिंगल विंडो सिस्टम से उसका रिव्यू किया जाएगा तथा इसे और प्रभावी बनाया जाएगा।

◆ साहित्य और रंगमंच विधाओं के प्रोत्साहन के लिए उत्तराखंड साहित्य अकादमी, फिल्म अकादमी और उत्तराखंड रंग कला अकादमी की स्थापना की जाएगी।

◆ मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा सभी वृद्ध जनों को पेंशन दी जाएगी

◆ बद्री गाय का संरक्षण कर दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा और गाय गंगा योजना फिर से शुरू कर आवारा पशुओं के लिए बाड़ों का निर्माण किया जाएगा।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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