देहरादून (हि. डिस्कवर)
तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित गोल्डन गर्ल एथलीट मानसी नेगी ने आज सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी से मुलाकात की। इस दौरान एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने उन्हें तीलू रौतेली पुरस्कार की बधाई व भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 के लिए मानसी नेगी को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया है।
हाल ही में चीन में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में मानसी नेगी ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 20 किमी दौड़ स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। मानसी नेगी ने पिछले साल गुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक आयोजित 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंडर-20 महिला वर्ग की 10 हजार मीटर वॉक रेस में स्वर्ण पदक जीता था। 2021 में राष्ट्रीय खेल में सिल्वर मेडल जीता, यूनिवर्सिटी लेवल, कॉम्पिटीशन में भी सिल्वर मेडल जीता, खेलो इंडिया में भी राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता,नवंबर 2022 नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
मानसी मूल रूप से चमोली जनपद के मजोठी गांव की रहने वाली हैं, परिवार की विषम परिस्थितियों के बाद भी उन्होंने अपने खेल को आगे बढ़ाया और आज देश में गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर है। मानसी नेगी ने बताया कि उन्हें सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी का सहयोग एवं आशीर्वाद मिलता रहा है। उन्हीं के आशीर्वाद से ही मेरा भाई इनके संस्थान से नि:शुल्क उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है। वहीं संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि पहाड़ की बेटी मानसी अपनी प्रतिभा से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। लगातार सफलताओं के बावजूद भी वह अपने भाई की शिक्षा के लिए चिंतित रहती थी। क्योंकि गोपेश्वर में बड़ा भाई गौरव नेगी स्पोर्ट्समेन होने के बाद भी बुरी संगत के कारण गलत व्यशनो में पढ़ गया था जिसे देखते ललित जोशी के संस्थान ने मानसी के भाई की उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी ली और लगातार एक वर्ष से उसकी काउन्सलिंग करते हुये उसको व्यशन मुक्त रहने के लिए प्रेरित किया जिसके परिणामस्वरुप आज गौरव नेगी फिर से नशामुक्त बन गया है तथा देहरादून सीआईएमएस संस्थान से मिशन एजुकेशन के तहत नि:शुल्क रूप से अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है। जिसके फलस्वरूप आज गोल्डन गर्ल भाई गौरव नेगी की चिंता से मुक्त होकर भारत का विश्व में प्रतिनिधित्व कर रही है।