देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार को राजभवन में कर्नल एस.पी.मारवाह द्वारा लिखित ‘EVENING OF LIFE’ एवं श्रीमती सुरेश मारवाह द्वारा लिखित ‘MY MEMOIRS:Reminiscences of Army Life’ पुस्तकों का विमोचन किया। इस दौरान कर्नल एस.पी.मारवाह ने राज्यपाल को उपहार स्वरूप उनके द्वारा लिखी गई 10 अन्य किताबें भेंट की। राज्यपाल ने कर्नल एस.पी.मारवाह द्वारा लिखित ‘EVENING OF LIFE’ पुस्तक पर अपने विचार रखते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह किताब भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को सेना एवं संघर्षों के बारे में बताएगी, उन्होंने कहा कर्नल एस.पी.मारवाह के अनुभवों के आधार पर लिखी गई है किताब निश्चित रूप से समय के साथ होते सेना में बदलाव के बारे में बताएगी।
श्रीमती सुरेश मारवाह द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘MY MEMOIRS:Reminiscences of Army Life’ बारे में उन्होंने कहा कि यह पुस्तक उन अनुभवों का संग्रह है जिसमें एक महिला ने एक पत्नी, एक मां एवं आर्मी यूनिट को परिवार के तौर पर किए गए अनुभव को साझा किया गया है। उन्होंने कहा सेना के जवान के साथ उनका परिवार भी संघर्षों में जीता है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य जहां महाभारत, वेद पुराण सहित अनेकों कथाएं लिखी गई उस राज्य की धरती से इन किताबों का विमोचन होना एक शुभ संकेत है, एवं इन किताबों को आने वाली पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण बताया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने सेना से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि सेना में यूनिट एवं पलटन ही उनका सबसे बड़ा परिवार होता है, उन्होंने कहा हमने अपने बड़ों से हमेशा जीवन में संघर्ष एवं अनुशासन सीखा है। उन्होंने कहा संघर्ष, अनुशासन एवं अनुभव से सेना में यूनिट एक साथ रहकर बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना करती है। उन्होंने कहा हमारे जीवन में संवाद हमारे चरित्र को दर्शाता है एवं संवाद से हम बड़ी से बड़ी समस्या को दूर कर सकते हैं।
राज्यपाल ने युवा पीढ़ी द्वारा सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग एवं किताबों के प्रति घटती रुचि, किताब पढ़ने से बढ़ती दूरी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारी युवा पीढ़ी ज्यादा से ज्यादा पढ़े एवं लिखें इसके लिए हमें उन्हें प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा किसी भी लेखक द्वारा लिखी गई किताब से हमें हमेशा ज्ञान की प्राप्ति एवं नया सीखने को मिलता है। उन्होंने युवाओं से लिखने एवं पढ़ने में संकोच ना किए जाने की बात कही।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। यहां के प्रत्येक परिवार से एक सदस्य सेना एवं राष्ट्र के प्रति अपनी सेवाएं दे रहा है। उन्होंने यहां की महिलाओं को मेहनती एवं संघर्षशील बताया। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक जिले के भ्रमण के दौरान सैनिको, पूर्व सैनिको एवं सैनिक परिवारों की समस्याओं को करीब से जाना एवं संबंधित अधिकारियों को प्रत्येक समस्या का समाधान करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा प्रदेश के प्रत्येक सैनिक, पूर्व सैनिक एवं सैनिकों के परिवार अपनी समस्याएं मुझे पत्र के माध्यम से भेज सकते हैं। उन्होंने बताया सैनिकों के परिवार की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाएगी, एवं उनके समाधान हेतु अति शीघ्र कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया वर्तमान समय तक आई कई समस्याओं का निदान कर दिया गया है।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कर्नल एस.पी.मारवाह एवं श्रीमती सुरेश मारवाह ने राज्यपाल का धन्यवाद करते हुए अपनी-अपनी पुस्तकों के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया। कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, पुस्तक के प्रकाशक ब्रिगेडियर पी.के.विच, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव श्रीमती स्वाती एस.भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।