नई दिल्ली। पूर्वी जिले के स्पेशल स्टाफ को मादक पदार्थ का धंधा करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा करने में कामयाबी मिली है। पुलिस ने मामले में एक दंपती को गिरफ्तार कर इनके पास से सात करोड़ के मादक पदार्थ बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जहीर अहमद उर्फ आदिल (48) और इसकी पत्नी गुलनार (39) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब सात करोड़ रुपये कीमत के मादक पदार्थ इसमें 690 ग्राम कोकीन, एक किलो कोकीन के लेप वाला कपड़ा, कोकीन को दोबारा तैयार करने का सामान और एक किलो केमिकल बरामद हुआ है। गैंग सऊदी अरब के रास्ते अफगानिस्तान से कूरियर या गैंग के लोगों से मादक पदार्थ मंगाते थे।
मादक पदार्थ को बेहद शातिर तरीके से सूती कपड़ा काटकर उस पर लेप कर दिया जाता था। सूखने पर उसको कूरियर के जरिये भारत मंगा लिया जाता था। बाद में इस कपड़ों को एक पूरी प्रक्रिया से गुजारने के बाद उसमें से कोकीन व हेरोइन दोबारा से बरामद कर ली जाती थी। उपासना के आदेश पर जहीर व गुलनार उसे दूसरे लोगों को देकर पंजाब भेज देते थे। पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ ने बताया कि जिले के स्पेशल स्टाफ को सूचना मिली थी कि मादक पदार्थ का धंधा करने वाले लोग एलबीएस अस्पताल के पास आने वाले हैं। सूचना के बाद टीम ने जहीर अहमद को दबोच लिया। उसके पास से 150 ग्राम कोकीन बरामद हुई।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह पत्नी के साथ मिलकर कोकीन व हेरोइन का धंधा करता है। पुलिस की एक टीम ने तुरंत दिलशाद कालोनी, सीमापुरी स्थित मकान पर छापेमारी की। वहां से पुलिस ने कोकीन के लेप वाला सूती कपड़ा, 540 ग्राम कोकीन, केमिकल व अन्य सामान बरामद हुआ। दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने चौकाने वाले खुलासे किए।
जहीर और गुलनार उपासना के आदेश पर कोकीन की खेप बरामद कर उसको दोबारा से तैयार करते थे। उपासना उर्फ तबस्सुम ने अफगानी नागरिक सुभान आर्यनफर से विवाह किया था। एक कॉमन दोस्त के जरिये जहीर-गुलनार की उपासना से मुलाकात हुई थी। सुभान को दिसंबर 2021 में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। दरअसल, मंद्रा पोर्ट, गुजरात में डीआरआई ने 3000 किलो हेरोइन बरामद की थी। उस में मामले में छानबीन के दौरान सुभान का नाम सामने आया था। एनआईए ने उसके खिलाफ यूएपीए समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। सुभान की गिरफ्तारी के बाद भी उपासना ने ड्रग्स का धंधा जारी रखा।