नई दिल्ली। हाल ही में वनडे विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करने वाली टीम इंडिया गुरुवार से उसके खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलने उतरेगी। विशाखापट्टनम में होने वाला पहला मैच शाम सात बजे शुरू होगा, जबकि टॉस इससे आधे घंटे पहले यानी शाम साढ़े छह बजे होगा।
भारतीय टीम अभी ठीक से उस हार का गम भी नहीं उतार सकी होगी कि उसे फिर से उसी टीम के खिलाफ खेलना है जिसने उन्हें हराया था। सूर्यकुमार यादव इस सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे, जबकि ऋतुराज गायकवाड़ शुरुआती तीन मैचों में उपकप्तान होंगे। आखिरी दो मैचों में श्रेयस अय्यर वापसी करेंगे और वह उपकप्तान होंगे।
हालांकि, विश्व कप की हार को भुलाना इतना आसान काम नहीं है और फिर सूर्यकुमार को केवल 96 घंटे के अंदर मजबूत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक युवा टीम का नेतृत्व करना है। उन्हें आत्ममंथन करने का मौका भी नहीं मिलेगा, लेकिन टी20 उनका पसंदीदा प्रारूप है और वह इसमें खेलने के लिए तैयार होंगे। टीम का कप्तान होने के नाते उनकी जिम्मेदारी केवल जीत दर्ज करना ही नहीं बल्कि उन खिलाड़ियों की पहचान करना भी होगा जो अगले साल वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा पेश कर सकते हैं।
यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, जितेश शर्मा और मुकेश कुमार जैसे खिलाड़ियों ने हाल के महीनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया है, लेकिन उनकी पहली परीक्षा ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ होगी जिसमें विश्वकप में भाग लेने वाले कुछ खिलाड़ी जैसे सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, लेग स्पिनर एडम जाम्पा और पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ शामिल हैं।
इसके अलावा आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले मार्कस स्टोइनिस, नाथन एलिस, टिम डेविड जैसे खिलाड़ी भी ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल हैं। अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति के बावजूद मैथ्यू वेड की अगुवाई वाली टीम काफी मजबूत नजर आ रही है। पिछले साल टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल के नाम पर सबसे छोटे प्रारूप में खेलने के लिए विचार नहीं किया जा रहा है और ऐसे में चयनकर्ताओं को इस सीरीज से अगले साल होने वाले टी-20 विश्वकप के लिए टीम का खाका तैयार करने में मदद मिलेगी।