पलायन एक चिंतन की हिमालय दिग्दर्शन ढाकर यात्रा “यायावर पत्रकार व फोटोजर्नलिस्ट स्व. दिनेश कंडवाल” के नाम।
(मनोज इष्टवाल)
विगत मार्च 2020 में पांच दिवसीय “हिमालयन दिग्दर्शन ढाकर शोध यात्रा-2020” को कण्वाश्रम से प्रारम्भ कर मालन नदी ढाकर शोध यात्रा के तहत महाबगढ़, भरपूर, मैड़ा-राणेसा, किमसेरा होकर कांडाखाल-भैरोंगढ़ी-द्वारीखाल-बुराँसी होकर पुराने ढाकर पड़ाव सीला-बांघाट में समापन किया था। अब दूसरी बार यह यात्रा पूर्व यात्रा में शामिल रहे हमारे सबसे वरिष्ठ पत्रकार व देहरादून डिस्कवर के सम्पादक स्व. दिनेश कंडवाल की स्मृति में उन्हें सम्मान स्वरूप उनके नाम पर समर्पित की जा रही है।
इस बात की जानकारी पलायन एक चिंतन टीम द्वारा टीम के संयोजक रतन सिंह असवाल के माध्यम से प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया है कि पलायन एक चिंतन टीम यों तो विगत तीन चार बर्षों से उत्तराखंड में पर्यटन के बढ़ावे के लिए हर बर्ष हिमालय दिग्दर्शन यात्रा का आयोजन करता आ रहा है लेकिन इस बर्ष मात्र 10 माह के अंदर यह दूसरी ढाकर यात्रा करने के पीछे टीम का मकसद है कि वे अपने 66 बर्षीय साथी दिनेश कंडवाल की स्मृति में इस यात्रा का आयोजन करें ताकि उनके बार्षिक श्राद्ध से पूर्व उन्हें हम उनके पहाड़, प्रकृति, पशु पक्षी प्रेम के प्रति उनके अटूट प्रेम को देखते हुए वह सम्मान प्रदान क़त सकें जो उनकी सोचों के साथ उनकी फोटो व कलम के माध्यम से जन साधारण तक पहुंचता था।
ज्ञात हो कि हिमालयन डिस्कवर द्वारा पूर्व में आयोजित हिमालय दिग्दर्शन ढाकर शोध यात्रा-2020 में उन्हें प्रमुखता से अपने लेख में शामिल करते हुए लिखा था कि दिनेश कंडवाल इस शोध यात्रा के सबसे उम्रदराज ट्रैकर्स हैं जो 65 बर्ष की उम्र में इस शोध यात्रा से जुड़े हुए हैं। यह दुर्भाग्य ही समझिये कि इस यात्रा से लौटने के लगभग साढ़े तीन माह बाद आंतों में आये इंफेक्शन के कारण वे स्वर्ग सिधार गए।
पलायन एक चिंतन के संयोजक रतन असवाल ने कहा कि यह यात्रा इसी साल दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में चार दिवसीय ढाकर यात्रा होगी जो दुगड्डा से चलकर बांघाट गोल्डन महाशीर कैम्प में समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का प्रायोजन अपने ढाकर रूट्स के उस पैदल पथ को पर्यटन के हिसाब से ट्रैकिंग से जोड़ना है जो तब गढ़वाल मंडल में मोटर वाहन संचालन न होने के बावजूद राजपथ से जुड़ा माना जाता था व यहां से लेकर तिब्बत तक ब्यापार ले लिए यही ढाकर मार्ग प्रयुक्त किया जाता था। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पलायन एक चिंतन की यह हिमालय दिग्दर्शन यात्रा वरिष्ठ पत्रकार स्व. दिनेश कंडवाल के नाम पर आयोजित की जाएगी।