देहरादून। दून मेडिकल कालेज अस्पताल में डेंगू के साथ–साथ चिकनगुनिया व स्क्रब टाइफस के भी मरीज भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में मरीजों की अब डेंगू के साथ ही स्क्रब टाइफस चिकनगुनिया और मलेरिया की जांच भी कराई जाएगी। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज में इन सभी वेक्टर जनित रोग के लक्षण मिलने पर यह फैसला लिया गया है। डिप्टी एमएस डा धनंजय डोभाल ने बताया कि मेडिसिन के डा. कुमार कौल को स्क्रब टाइफस, चिकनगुनिया और मलेरिया के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
वह इन तीनों बीमारियों को लेकर समन्वय बनाएंगे और डाटा संकलित कर अधिकारियों को देंगे। अस्पताल में स्क्रब टायफस का फिलहाल एक मरीज भर्ती है, जो रायवाला का रहने वाला है। वहीं सात मरीज चिकनगुनिया के मिले हैं। सभी मरीजों की हालत सामान्य है। व्यक्ति को बुखार आने के साथ ठंड लगती है। इसके साथ ही सिरदर्द और बदन दर्द के साथ मांसपेशियों में भी तेजी से दर्द होता है।
अधिक संक्रमण होने पर हाथ पैरों और गर्दन के साथ कूल्हें के नीचे गिल्टियां होने लगती हैं। इसके साथ ही इसके संक्रमण के बाद सोचने समझने की क्षमता में तेजी से बदलाव होता है। चिकनगुनिया से पीड़ित होने पर व्यक्ति को बुखार और जोड़ों में असहनीय दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा सिर दर्द, थकान, चक्कर आना, लिम्फ नाड्स में संवेदनशीलता, उल्टी आदि की दिक्कत हो सकती है।