Thursday, November 21, 2024
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परेड ग्राउंड में जले 1.5 लाख दीये, 1.5 लाख राम वंशज पहनेंगे अब जूते और पगड़ी।

परेड ग्राउंड में जले 1.5 लाख दीये, 1.5 लाख राम वंशज पहनेंगे अब जूते और पगड़ी।

परेड ग्राउंड में जले 1.5 लाख दीये, 1.5 लाख राम वंशज पहनेंगे अब जूते और पगड़ी।

(मनोज इष्टवाल)

कवि जयराज ने भी लिखा है, “जन्मभूमि उद्धार होय ता दिन बड़ी भाग। छाता पग पनही नहीं और न बांधहिं पाग।”

अब इसे इत्तेफाक कहें या सोची-समझी रणनीति…! इधर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में 1.5 लाख दीये जलाए गए और उधर कल उत्तराखंड  अयोध्या में भगवान् राम के मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के समय भगवान राम की सेवा में प्रतिनिधित्व करेगा, उत्तराखंड पहला राज्य है जो प्राणप्रतिष्ठा में अतिथि के तौर पर मौजूद रहेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री प्राण-प्रतिष्ठा में मौजूद रहेंगे।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने  आज  शांय(रविवार को) परेड ग्राउंड देहरादून में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री की मौजूदगी में परेड ग्राउंड में 1.5 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए। मुख्यमंत्री ने स्वयं भी लोगों के बीच पहुंचकर दीप जलाए एवं सभी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएं दी। उन्होंने राम भक्ति में लीन होकर श्री राम भजन भी गाया।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद सूर्यवंशी राम वंशज अयोध्या के 105 गाँवों के लोग लगभग 504 बर्ष बाद पैर में जूते, सिर में पगड़ी पहनेंगे व छाता ले सकेंगे। वहीँ लोगों ने यह कय्यास लगाना शुरू कर दिया है कि हो न हो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा परेड ग्राउंड में 1.5 लाख दीये उन सूर्यवंशी रामवंशजों के स्वागत हेतु जलवाये हों। बहरहाल कय्यासबाजी जैसी भी हो लेकिन यह सच है कि अगर ये दीये उनके स्वागत के लिए हों जिन्होंने 500 से अधिक समय तक पैरों में जूते व सिर में पगड़ी सिर्फ भगवान राम के मंदिर ध्वस्त करने वाले मुगल आतातायियों के कारण भगवान राम के प्रति श्रद्धाभाव की कसम पूरी करने के लिए न पहने हों तो यह अपने आप में बड़ी तपस्या है।

ज्ञात हो कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश डीपी सिंह ने भी इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 16वीं शताब्दी में ठाकुर गज सिंह ने मंदिर की रक्षा के लिए मुग़लों से लड़ाई लड़ी थी। लेकिन वे मंदिर की रक्षा नहीं कर पाए, क्षत्रिय समाज हार गया। फिर गज सिंह ने जूते और पगड़ी न धारण करने की प्रतिज्ञा ली।

अयोध्या के नज़दीक पूरा बाज़ार और उसके आस-पास लगभग 105 गाँव मौजूद हैं। यहाँ के सूर्यवंशी क्षत्रिय परिवारों ने प्रतिज्ञा की थी कि वे लोग मंदिर निर्माण के बाद ही पगड़ी पहनेंगे। गाँव के क्षत्रियों ने संकल्प लिया था कि वह राम मंदिर निर्माण पूरा होने तक न तो पगड़ी धारण करेंगे और न ही चमड़े का जूता पहनेंगे।

एक जानकारी के मुताबिक़ जानकारी के मुताबिक़ राम मंदिर पर हमले के वक्त सूर्यवंशी समाज के क्षत्रियों ने शपथ ली थी। इसके अनुसार जब तक मंदिर निर्माण नहीं होता, तब तक वह पगड़ी नहीं पहनेंगे, छाते से सिर नहीं ढकेंगे। इसके अलावा चमड़े का जूता भी नहीं पहनेंगे।

सूर्यवंशी क्षत्रिय अयोध्या के अलावा बस्ती जिले के कई गाँवों में भी रहते हैं। यह सारे परिवार खुद को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का वंशज मानते हैं। इन सभी गाँवों में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद से पगड़ी बाँटी जा रही है। सर्वोच्च न्यायालय का आदेश होने के बाद सरायरासी में अब तक 400 पगड़ी बाँटी जा चुकी है। अयोध्या और इसके आस-पास स्थित गाँवों में इस समाज के लगभग 1.5 लाख लोग रहते हैं। इनमें से कोई शादी, सामाजिक समारोह और पंचायत तक में पगड़ी नहीं बाँधता था।

जहाँ कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अपने जत्थे के साथ अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे! यह संशय बरक़रार है क्योंकि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में किसी भी प्रदेश के मुखिया को आमंत्रित नहीं किया गया था इसलिए अभी भी अनिश्चितता का दौर बना हुआ है। इस अवसर पर श्रीराम मंदिर सेवा ट्रस्ट द्वारा उत्तराखंड के महामंडलेश्वरों के अलावा बद्री केदार मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय को आमंत्रित किया गया है । वहीँ दूसरी ओर परेड ग्राउंड में 1.5 लाख दीये प्रज्वलित करने के पश्चात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “लंबे इंतजार के बाद भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ अवसर हम सबको देखने को मिल रहा है। सौभाग्य भरे क्षण के हम सभी साक्षी होंगे। उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में माताओं-बहनों ने दीपोत्सव कार्यक्रम में आकर भगवान श्रीराम के प्रति अपनी आस्था दिखाई है। जन- जन के सहयोग एवं भक्ति के कारण 1.5 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राम की कृपा से इस भव्य दीपोत्सव में आए हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राम मंदिर बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। आज उन्हीं के नेतृत्व में हमारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। इस दौरान कार्यक्रम में सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, भाजपा संगठन महामंत्री अजेय कुमार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

अब अगर इसे इत्तेफाक कहें कि ये 1.5 लाख दीये अयोध्या के 105 गाँव रामवंशियों के उन 1.5 लाख लोगों के स्वागत के लिए व रामराज व पुरुषोत्तम राम की प्राण-प्रतिष्ठा की ख़ुशी से पूर्व प्रकाश पर्व के रूप में जलाए गए तो इससे बड़ा पुण्य का काम और क्या हो सकता है। आइये कल प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात हम सब भी राम राज के दीये जलाएं । जय सियाराम ..

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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