देहरादून 26 अगस्त, 2019(हि. डिस्कवर)
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सचिवालय में महाकुम्भ 2021 की तैयारियों के संबंध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि कुम्भ मेले में करोड़ों श्रद्धालु आएंगे। ऐसे में सभी विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की एडवांस प्लानिंग कर ली जाए। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले हेतु किए जाने वाले सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करें। कुम्भ मेला को सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी विभागों को मेलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गृह विभाग को टिहरी गढ़वाल के अन्तर्गत मुनि की रेती में सीसीटीवी कंट्रोल रूम, थाना भवन, वॉच टॉवर एवं ट्रांजिट हॉस्टल के निर्माण कार्य को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा जो भी कार्य कराये जा रहे हैं, उन कार्यां में आ रही समस्याओं से मेलाधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराएं, ताकि समस्या का समय रहते समाधान हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्राथमिकता वाले कार्य निर्धारित कर लिए जाएं।
बैठक के दौरान गंगा जलधारा को भीमगोड़ा कुंड में लाने एवं भीमगोड़ा कुंड के सौंदर्यीकरण की योजना, बीएचईएल मध्य मार्ग से शिवालिक नगर एवं सिडकुल को जोड़ने वाले मार्ग के मध्य रानीपुर रोह नदी पर 100 मीटर सेतु के निर्माण कार्य, जनपद हरिद्वार में एनएच-74 किमी 6 ग्राम कांगड़ी से श्यामपुर-सजनपुर पीली होते हुए रा0मा0 संख्या-74 के किमी 12 तक 2 लेन चौड़ाई में सड़क एवं काजवे का निर्माण कार्य को स्वीकृति मिली।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, डीजी श्री अशोक कुमार, आईजी श्री संजय गुंज्याल, मेलाधिकारी श्री दीपक रावत एवं एसएसपी मेला श्री जन्मेजय खंडूरी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ”
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सचिवालय में प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जनपद वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार कार्य करें।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी जनपद अपने क्षेत्र में डार्क एरिया जहां लिंगानुपात में असामनता अधिक है, चिन्हित उन क्षेत्रों के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। अपने कार्यक्रमों में नवाचार को शामिल कर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने हेतु कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि चमोली, रूद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ एवं चम्पावत सहित आकांक्षी जनपदों में भी लिंगानुपात में असमानता को दूर करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिव ने विभिन्न जनपदों द्वारा लिंगानुपात में असमानता को दूर करने हेतु किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएं।
इस अवसर पर सचिव श्रीमती सौजन्या एवं निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास सुश्री झरना कमठान भी उपस्थित थीं।