पौड़ी 13 अगस्त 2018 (हि. डिस्कवर)
नाम के धनी राम लेकिन गरीबी ऐसी की दो जून की रोटी जुटाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ता है। कल रात बारिश ने उसका सपनों का घर भी ढा दिया। और बेबस लाचार धनीराम जा पहुंचा पट्टी पटवारी के पास आपदा की प्राथमिकता दर्ज करने।
विकासखंड यमकेश्वर के धनीराम भट्ट ग्राम सभा जिया दमराडा का निवासी है विगत रात्रि की अंधाधुंध बारिश में धनीराम का पीढ़ियों से चला आ रहा मकान भरभराकर गिर गया। प्रकृति के इस प्रकोप ने जहां धनीराम जैसे गरीब की कमर तोड़ दी वहीं उसे रोता-बिलखता देख ग्रामीणों ने उसे आपदा प्रबंधन के रूप में प्राथमिकी दर्ज करवाने पट्टी पटवारी के पास भेजा।
क्षेत्रीय पटवारी ने न तो उसका आवेदन लिया और न कोई कार्यवाही की ऊपर से उसे दुत्कार दिया। वह अभी अपनी बात रख ही रहा था कि दूसरे क्षेत्र के पटवारी विदेश तोमर ने इसके गालों पर थप्पड़ जड़ दिए।
बताया जाता है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी पटवारी द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि एक तरफ एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर क्षेत्र में बहुमंजिली इमारतें बनाई जा रही है तब शासन प्रशासन अपनी आंख मूंद कर बैठा हुआ है वहीं दूसरी ओर गरीब जनता के साथ इस तरह पेश आया जा रहा है जो बेहद शर्मनाक है। आक्रोशित ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्दी इस पटवारी के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट जब तक दर्ज नहीं होती तो फिर समस्त स्थानीय लोगों के साथ मिलकर तहसील में अनिश्चित काल के लिए तालाबंदी कर दी जाएगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
इस घटना के बाद यमकेश्वर वासियों ने लामबंदी शुरू कर दी ही व आक्रोशित लोगों ने आम जनता से आवाहन किया है कि अपना स्वाभिमान अस्तित्व भविष्य के लिए जिंदा रखना है तो बढ़-चढ़कर ही तहसील घेराव का कार्यक्रम बनाया जाएगा तथा समस्त यमकेश्वर क्षेत्र के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद किया जाएगा शैक्षणिक संस्थान आदि पौड़ी जिला प्रशासन को 1 हफ्ते का समय दिया जाता है इस मुद्दे पर अगर मुझे जेल जाना पड़े तो मुझे स्वीकार है