अक्सर सिरदर्द के पीछे अनुवांशिक या खान-पान की खराब आदतों को जिम्मेदार माना जाता है। किन्तु बात यदि महिलाओं को होने वाले सिरदर्द की करें तो वजह थोड़ी अलग भी हो सकती हैं। जी हां, अधिकतर महिलाओं को सिरदर्द हार्मोन्स के स्तर में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण होता है। जिसके पीछे आमतौर पर गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन, गर्भावस्था एवं हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी जैसी वजह हो सकती हैं। किन्तु इन सब से अलग सबसे अहम वजह मासिक धर्म या पीरियड्स को माना जाता है। यही कारण है कि महिलाओं में होने वाले हार्मोनल सिरदर्द को मासिक धर्म माइग्रेन भी बोला जाता है। महिलाएं आमतौर पर अपने मासिक धर्म चक्र के चलते इस प्रकार का सिरदर्द महसूस करती हैं।
क्या होता है हार्मोनल सिरदर्द?
महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल परिवर्तन होते रहते हैं। हॉर्मोनल परिवर्तन के घटते-बढ़ते स्तर का प्रभाव उनके शरीर पर भी कई प्रकार से पड़ता है। जिसके कारण उन्हें कई बार सिरदर्द की परेशानी भी होने लगती है। दरअसल, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर कम होने पर सिरदर्द की परेशानी होने लगती है।
हार्मोनल सिरदर्द के कारण:-
एनएचएस के मुताबिक, हार्मोनल सिरदर्द की मुख्य वजह ये हो सकती हैं
-मासिक धर्म चक्र
– गर्भनिरोधक गोलियां
-रजोनिवृत्ति
-गर्भावस्था
हार्मोनल सिरदर्द के लक्षण:-
– हल्का या तेज सिरदर्द
-भूख कम लगना
-बहुत ज़्यादा पसीना आना
-ठंड लगना
-गंध के प्रति संवेदनशीलता
– थकान
-मतली, उल्टी, पेट खराब
-चक्कर आना
-शोर के प्रति संवेदनशीलता
-धुंधली दृष्टि
-बुखार
– डायरिया
-त्वचा का पीला पडऩा
हार्मोनल सिरदर्द से बचाव के लिए रूटिन में करें ये परिवर्तन:-
डाइट में करें परिवर्तन:-
हॉर्मोन्स के कारण होने वाले सिरदर्द को दूर करने के लिए डाइट में विटामिन बी2 से भरपूर चीजों को सम्मिलित करें।
तनाव से रहें दूर:-
तनाव के कारण भी कई बार शरीर में हॉर्मोन असंतुलित होने लगते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को सिरदर्द की परेशानी होने लगती है। तनाव दूर करने के लिए योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज की सहायता लें।
अधिक पानी पिएं:-
शरीर में पानी की कमी होने पर सिरदर्द की संभावना बढ़ जाती है। शरीर में पानी की कमी से होने वाले सिरदर्द से बचने के लिए दिन में कम से कम 3 लीटर पानी पीना चाहिए।
मैग्नीशियम रिच फूड:-
मैग्नीशियम रिच फूड सिरदर्द की परेशानी दूर करने के साथ मांसपेशियों को भी आराम पहुंचाता है।