भुवनेश्वर। ओडिशा में राज्य सतर्कता विभाग ने एक सरकारी अधिकारी को रंगे हाथों दबोचा है। उसके घर से 3 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सतर्कता शाखा ने ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के अधिकारी प्रशांत कुमार रौत के भुवनेश्वर स्थित घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की है। रौत नबरंगपुर जिले में उप कलेक्टर के तौर पर तैनात हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, जब सतर्कता शाखा के अधिकारी आरोपी अफसर के यहां कनान विहार स्थित घर पहुंचे, तो उनकी पत्नी ने नकदी से भरे छह कार्टन पड़ोसी की छत पर फेंक दिए और उनसे रकम छिपाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि बाद में पड़ोसी के घर से सभी कार्टन को बरामद कर लिया गया और नकदी को गिनने के लिए गणना करने वाली कई मशीनों का इस्तेमाल किया गया। अधिकारियों के अनुसार, रौत के नबरंगपुर आवास से 89.5 लाख रुपये नकद और सोने के ज़ेवरात बरामद किए गए हैं।
सतर्कता विभाग की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “यह राज्य में किसी सरकारी अधिकारी के यहां से सबसे ज्यादा नकद बरामदी का दूसरा मामला है। अप्रैल 2022 में, हमने कार्तिकेश्वर राउल की संपत्तियों पर छापेमारी के दौरान 3.41 करोड़ की नकदी बरामद की थी। वह गंजम जिले में लघु सिंचाई प्रमंडल में सहायक अभियंता के तौर पर तैनात थे।’’ रौत को 2018 में एक पंचायत कार्यकारी अधिकारी से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त वह सुंदरगढ़ जिले में बीडीओ (ब्लॉक विकास अधिकारी) के पद पर कार्यरत थे।
सतर्कता विभाग की टीम ने प्रशांत राउत के नबरंगपुर स्थित घर से भी 89 लाख रुपये से ज्यादा नकद और सोने के गहने बरामद किए हैं। सतर्कता विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमने प्रशांत के घर से 500 रुपये के नोटों के छह कार्टन जब्त किए हैं। इन नोटों को हाल ही में प्रशांत ने 2000 के नोटों के बदले हासिल किया था। अधिकारी ने बताया कि प्रशांत के आवासों से अब तक 2 करोड़ रुपये नकद मिले हैं लेकिन अभी उसके अन्य घरों से भी पैसे बरामद किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशांत राउत के खिलाफ कार्रवाई जारी है और करीब 9 टीमें इस कार्रवाई में लगी हुई हैं।