देहरादून (हि. डिस्कवर)
हरिद्वार से लोकसभा सांसद व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा लोकसभा में खनन पर दिए गए बयान के सुर्खियों में आते ही जहाँ एक ओर खनन सचिव बृजेश कुमार संत ने पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान का खंडन किया और उन्होंने कहा कि राज्य ने खनन के माध्यम से राजस्व वृद्धि में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वहीं दूसरी ओर पुन: त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पलटवार करते हुए कहा कि शेर कुत्तों का शिकार नहीं करते।
ज्ञात हो कि गुरुवार (27 मार्च, 2025) को संसद में बोलते हुए श्री रावत ने कहा था कि बड़े पैमाने पर अवैध खनन से न केवल राज्य के लोग प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि इसकी पारिस्थितिकी भी प्रभावित हो रही है।
श्री रावत ने कहा, “देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल में अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है, खास तौर पर रात के समय। यह न केवल कानून-व्यवस्था और पारिस्थितिकी के लिए बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। यह देखा गया है कि राज्य सरकार के आदेशों के बावजूद खनन माफिया ट्रकों में सामग्री ले जा रहे हैं, जिनमें से अधिकतर ओवरलोड होते हैं। इससे सड़कें, पुल और अन्य सुविधाएं प्रभावित होती हैं।” उन्होंने इस मामले पर राज्य सरकार से उचित कार्रवाई की भी मांग की।
हरिद्वार से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राज्य में बड़े पैमाने पर “अवैध खनन” का मुद्दा उठाए जाने के एक दिन बाद, खनन सचिव बृजेश कुमार संत ने बयान को “निराधार, असत्य और भ्रामक” करार दिया। इसके जबाब में समाचार चैनल टीवी 100 को दिए अपने बयान में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो कहा वह आप भी सुनिए:-