Saturday, July 27, 2024
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कण्वाश्रम से मालन नदी उदगम चंडा पर्वत पहुंचा ट्रैक ऑफ़ द ईयर -2023 दल।

कोटद्वार (हि. डिस्कवर)

उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल के चौकिघाट (वर्तमान कण्वाश्रम) से लेकर मालन नदी उद्गम क्षेत्र मलनियाँ (चंडा) को ट्रैक ऑफ द ईयर-2023 के लिए चुना गया है। बेबेरी एडवेंचर लैंसडौन के 20 सदस्यीय दल की पहली ट्रैकिंग टीम को कण्वाश्रम स्थित जीएमवीएन के बंगले से विगत दिवस फ्लैग ऑफ़ कर रवाना किया है।

विगत 31 बर्षों से कण्वाश्रम व मालन घाटी की वैदिक कालीन सभ्यता पर शोध कर रहे वरिष्ठ पत्रकार व बद्री केदार सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थान के अध्यक्ष मनोज इष्टवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दल बेबेरी टूर ऑपरेटर लैंसडौन के टीम लीडर कर्नल आशीष इष्टवाल के नेतृत्व में सम्पूर्ण मालन के क्षेत्र का भ्रमण कर इसे उत्तराखंड पर्यटन के मैप में शामिल करेगी। उन्होंने कहा कि यह सरल काम नहीं था लेकिन विगत तीन बर्षों से लगातार सरकार से जनसंवाद, ढाकर शोध यात्रा, ट्रैकिंग टीम कोटद्वार की पहल व ग्रामीण की एकजुटता के बाद आख़िरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधान सभा अध्यक्षा श्रीमति ऋतु भूषण खंडूरी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, जिलाधिकारी आशीष चौहान व उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुंडीर की पहल पर आखिरकार मालन घाटी क्षेत्र ट्रैक ऑफ़ द ईयर -2023 घोषित की गई है। उन्होंने कहा कि सन 2021 में इसके लिए मालन घाटी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का प्रस्ताव हमारे द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा गया था जो तीन साल बाद फलीभूत हुआ।

उन्होंने कहा है कि इस दौरान ट्रैकिंग टीम मथाणा (कुलपति महर्षि ऋषि का संभावित वैदिक कण्वाश्रम), राजदरबार (जहाँ स्वर्ग अप्सरा मेनका ने राजा विश्वमित्र की तपस्या भंग की), पत्थरैकी बसी /विश्वमित्र गुफा (कहा जाता है यहीं ऋषि विश्वामित्र ने गायत्री मंत्र की संरचना की।), सप्तऋषि मंडल (मालिनी घाटी में व्याप्त विभिन्न तथ्यों, किंवदन्तियों व लोक में प्रचलित ऋषि कण्व – गौतमी, ऋषि विश्वामित्र मेनका, ऋषि दुर्भाषा- शकुन्तला, ऋषि मरीचि शकुन्तला, राजा दुष्यंत- शकुन्तला, ऋषि च्वयन व ऋषि चरक, ऋषि कश्यप व ऋषि भृगु से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त की।), मयेडा (मएड़ा) (स्वर्ग अप्सरा मेनका का निवास स्थल।) किमसेरा (ऋषि कण्व का निवास स्थल व दुष्यंत- शकुन्तला का गंदर्ब विवाह स्थल।), फलनखेत (शकुन्तला का फल बागीचा।), जुड्डा रौडियाल (जड़ी-बूटी औषधि जंगल।) मालनियाँ (मालिनी नदी का उद्गम।) भरतपुर (दुष्यंत शकुन्तला पुत्र चक्रवर्ती भर का जन्मस्थल।), सिंहपाणी (वह जंगल जहाँ भरत ने शेर के दांत गिने थे।) शाकुंतधार (जहाँ मांसाहारी शुकशावकों (सेंट्रला पक्षियों) द्वारा मेनका गर्भे से जन्म शकुंतला कि प्राण रक्षा की।) कश्याली (महर्षि कश्यप का निवास स्थल।) इत्यादि स्थानों को चिन्हित करने का काम भी करेगी ताकि इस ट्रैकिंग रूट पर विश्व भर के साहसिक पर्यटन उमड़ सकें। उन्होंने कहा कि यह मालन घाटी पूर्व में ढाकरी रूट व डिस्ट्रिक्ट बोर्ड की पैदल सड़क (ट्रैक रूट) जो लगभग 50 से 60 गाँवों की भौतिकता को आपस में जोड़कर आगे बढ़ती है।

ज्ञात हो कि यह ट्रैकिंग दल विगत 08 नवंबर 2023 को कण्वाश्रम (चौकीघाटा) से लालपुल – किमी., सहत्रधारा , आमडाली , मक्वाठाट , ईडा गदेरा, खैरगड्डी, मरणखेत पहुंचा जहाँ मथाणा गाँव के ग्रामीणों द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता संदीप बिष्ट के नेतृत्व में दल के सदस्यों का स्वागत सत्कार चाय नाश्ते के साथ किया गया। तदोपरान्त दल चौंडल गड्डी -मैती काटल होते हुए चुन्ना-मयेडा, होकर किमसेरा गाँव पहुंची। श्री कण्वेश्वर सांस्कृतिक विकास समिति के अध्यक्ष सुमन कुकरेती व ग्राम प्रधान के नेतृत्व में क़ीमसेरा के ग्रामीणों ने फूल मालाओं से दल का स्वागत किया।

अगले दिन गौतमी वन, जुड्ड़ा रौड़याल, जुड्डा, सौड , मांडई, बिजनूर होकर मालन नदी उदगम स्थल मलनिया- बड़ोलगाँव चंडा पर्वत शिखर तक 22.50 किमी. तक यात्रा की। मेरा गाँव मेरी विरासत के अध्यक्ष भगवती प्रसाद काला के नेतृत्व में मलनिया-बिडोलगाँव वासियों ने फूल मालाओं से ट्रैक ऑफ़ ईयर -2023 के सभी सदस्यों का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया।


उत्तराखंड पर्यटन विभाग के जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश सिंह खत्री ने जानकारी देते हुए बताया है कि पर्यटन विभाग मालन घाटी में ट्रैक ऑफ़ द ईयर -2023 के पहले ट्रैकिंग दल को बेबेरी टूर ऑपरेटर लैंसडौन के अधीन भेज रहा है। इसमें कर्नल टीसी शर्मा, कर्नल आशीष इष्टवाल, विंग कमांडर सुधीर कुट्टी, विंग कमांडर नमित रावत, वरिष्ठ पत्रकार मनोज इष्टवाल, एडवोकेट अमित सजवाण, वरिष्ठ पत्रकार गणेश काला, समाजसेवी प्रणिता कंडवाल, दिग्विजय सिंह नेगी, मोहित कंडवाल, प्रशांत कुकरेती, विवेक सिंह नेगी, श्रेय सुन्द्रियाल, अजय अधिकारी, राजन सिंह नेगी , ऋतुराज सिंह रावत, शिवानी भंडारी फारेस्ट गार्ड सुरेन्द्र सिंह, फारेस्ट गार्ड विनय सिंह, वाचर विजेंद्र सिंह एवं आमीर इत्यादि शामिल हैं।
इस दौरान पहलवान दीपक अनुसुया प्रसाद भारद्वाज, राधेश्याम काला, ओम प्रकाश काला, कैलाश कुकरेती (सरपंच मलनिया गाँव) नंदन मोहन (सरपंच बड़ोलगाँव) सुदर्शन काला, राजेश काला, जगदम्बा प्रसाद, संदीप काला, श्रीमति किरण कुकरेती, श्रीमति विधाता देवी, कमला देवी, श्रीमति पुष्पा देवी, श्रीमति मंजू देवी व आस -पास क्षेत्र के ग्रामीणों ने बेहद गर्मजोशी के साथ इस पर्यटक दल का नागरिक अभिनन्दन भी किया है।

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