उत्तराखंड शासन के पर्यटन एवं धर्मस्व सचिव धीराज गर्ब्याल ने चमोली जिले के धार्मिक और पर्यटक स्थलों का भ्रमण कर पर्यटन विकास से संबंधित कार्यों की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बद्रीनाथ धाम में सचिव ने भगवान श्री बदरी विशाल के दर्शन करने के साथ ही धाम में मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे रिवर फ्रंट डेवलेपमेंट, एराइवल प्लाजा, आईएसबीटी, बैकुंठ द्वार, सिविक एमेनिटी भवन, निर्माणाधीन अस्पताल भवन तथा एनपीसीसी द्वारा निर्मित की जा रही मल्टीस्टोरी पार्किंग का निरीक्षण किया।
उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समयबद्ध रूप से पूर्ण किए जाएं। उन्होंने ने बद्रीश झील एवं शेषनेत्र झील का भी निरीक्षण कर अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को झीलों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ड्रेनेज प्लान को प्रभावशाली बनाने पर भी बल दिया।
उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत भारत के प्रथम गांव माणा में प्रस्तावित विकास स्थलों माणा एराइवल प्लाजा, केशव प्रयाग और भीमपुल का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त कार्य जन सहयोग से करने के निर्देश दिए।
सचिव ने औली का भी दौरा किया, जहां उन्होंने पर्यटक आवास गृह, चेयर लिफ्ट और स्कीइंग स्लोप का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकारियों को औली रोपवे से संबंधित आवश्यक जानकारी ली ।
धिराज गर्ब्याल ने औली में स्थित तीनों पर्यटक आवास गृहों के उच्चीकरण हेतु विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित करने तथा 600 मीटर लंबी अप्रोच रोड की मरम्मत हेतु लोक निर्माण विभाग से आकलन तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने तपोवन में पर्यटक आवास गृह के संचालन को लेकर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही तपोवन में स्थित प्राकृतिक गर्म पानी के स्रोत के संरक्षण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित किए जाने के निर्देश भी दिए।