Saturday, September 7, 2024
Homeउत्तराखंडहेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कण्व नगरी में लगा टूर...

हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कण्व नगरी में लगा टूर एंड ट्रेवल्स का 10 दिवसीय शिविर।

कण्व नगरी कोटद्वार / 9 मई 2023 (हि. डिस्कवर)

जनपद पौड़ी की कण्व नगरी कोटद्वार में उत्तराखंड खंड टूरिज्म के तत्वाधान में आईएचएमएस कॉलेज में हेरिटेज टूरिज्म को क्षेत्र में बढ़ावा देने हेतु टूर एण्ड ट्रैवल का दस दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ क्षेत्रीय विधायक कोटद्वार व विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी एवं अपर निदेशक, पर्यटन विभाग पूनम चंद द्वारा किया गया। इस दौरान टूरिस्ट गाइड प्रशिक्षण के बैच में 30 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने टूर एंड ट्रेवल्स का प्रशिक्षण लेने वालेछात्रों को कहा कि गाइड टूर करियर अपने आप में एक उम्दा स्वरोजगार से जुड़ा दिव्य स्वप्न है। वर्तमान पीढ़ी ने अब नौकरी के स्थान पर अपनेबिजनेश को अपने ढंग से शुरु करना प्रारम्भ कर दिया है। एक आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ते ये कदम देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के नारे को मजबूती दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह कण्व नगरी कोटद्वार ऐसी भूमि है जिसने स्वर्ग अप्सरा मेनका के गर्व से शकुंतला व शकुंतला के गर्व से चक्रवर्ती भरत को जन्म दिया और यह पूरे उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व है कि इसी भरत के नाम यह आर्यवर्त भारत बर्ष के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने कहा कि जैविक विविधताओं में जहाँ आयुर्वेद का भंडार चरेक पर्वत है तो वहीं पूरी घाटी में फैना और फ्लोरा की कई प्रजातियाँ हैं, जिन्हें ढूंढ़ते पर्यटक विभिन्न तितलियों, पक्षियों के वाचर के रूप में यहाँ आना पसंद करेंगे। यहाँ योग अध्यात्म और वन्य औषधियों का खजाना है, इसलिए यह हम सब पर निर्भर है कि हम इसे कैसे और किस तस्तरी में सजा कर प्रस्तुत करें।उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें देते हुए कहा है कि प्रशिक्षण के बाद मिलने वाला आत्मबल आपको अंदर से मजबूती देगा ऐसा उन्हें विश्वास है। अपने आत्मबल से अपने आत्मविश्वास को बढाकर बढ़ते चलते हेरिटेज ही नहीं बल्कि हर तरह के पर्यटन के लिए आपके लिए द्वार खुले हुए हैं।

इस दौरान अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद ने प्रशिक्षणार्थियों को उनके सुनहरे भविष्य की शुभकामनायें देते हुए कहा है कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार हर उस युवा व जरुरतमंद व्यक्ति तक पहुँचने का प्रयास कर रही है जो इस ऊहपोह में है कि जिंदगी की शुरुआत कहाँ से और कैसे की जाय। उन्होंने कहा है कि यह शहर ऐसी लोकेशन में है जो महानगरों से पहाड़ों की दूरी घटाकर सबसे कम कर देता है। यही कारण है कि कोटद्वार से कुछ ही दूरी पर स्थित लैंसडाउन हर सीजन में पैक रहता है। कोटद्वार एक पर्यटन के क्षेत्र में एक कैश क्रॉप के रूप में आपके सम्मुख है, अब यह हम सब की जिम्मेदारी है कि आप इस पर क्या कुछ करते हैं और हम क्या कुछ। उन्होंने कहा विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी जी को आप सुन ही चुके हैं कि वह कितनी मजबूती के साथ कोटद्वार को हेरिटेज ही नहीं हर तरह के टूरिज्म से जोड़ना चाहती हैं, वही विचार हमारे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज जी व पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे सर के हैं, तो आइये हम सब मिलकर ऐसी पहल करें ताकि आने वाला कल आपका हो।

उत्तराखंड के पर्यटन के संबंध में वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार मनोज इष्टवाल द्वारा कोटद्वार और उसकी विरासत के बारे में जानकारी देते हुए वैदिक काल, कुनिंद काल, गढ़राज वंश, ब्रिटिश काल से लेकर वर्तमान के परिदृश्य को जोड़ते हुए टूर एंड ट्रेवल्स के क्षेत्र में अपने स्वरोजगार का प्रारम्भ करने के लिए आये प्रशिक्षणार्थियों से अपने अनुभव व शोध को साझा करते हुए वैदिक काल के कण्वाश्रम, विश्वामित्र मेनका मिलन, शकुंतला दुष्यंत से लेकर चक्रवर्ती भरत, कुनिंद काल में चौकी घाटा व लाल डांग से सुदूर हिमालय तक व्यापार मार्ग, 1658 में औरंगजेब के भय से त्रस्त दाराशिकोह के पुत्र सुलेमान शिकोह का मालन नदी मार्ग से श्रीनगर पहुंचना, सोहलवीं सदी में कुमाऊं नरेश लक्ष्मी चंद का गढ़वाल के खोहद्वार जिसे वर्तमान में कोटद्वार कहा जाता है, सात बार आक्रमण करना, चरक में चरख ऋषि द्वारा चरख संहिता लिखना, महाब गढ़, सिद्धूबली सहित विभिन्न स्थानों के इतिहास भूगोलों के संदर्भ के साथ उसकी सांस्कृतिक व लोक विरासत पर अपने विचार साझा किये। उन्होंने कहा कि कोटद्वार के आस पास वाइल्ड टूरिज्म ही नहीं ट्रैकिंग व कल्चर टूरिज्म बिखरा पड़ा है जिसे समेटना अब टूर एंड ट्रेवल्स का प्रशिक्षण ले रहे आप लोगों की जिम्मेदारी है।

ज्ञात हो कि हेरिटेज टूर एंड ट्रेवल प्रशिक्षण की अवधि 10 दिन होगी जिसमे कोटद्वार डिग्री कॉलेज एवं IHMS के शिक्षा संकाय एवं पर्यटन क्षेत्र के विशिष्ट व्यक्तियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षुओं को हेरिटेज टूरिज्म और हेरिटेज टूर गाइड की प्रस्तुति, व्यवहार, संचार, उत्तराखंड विरासत स्थल के रूप में तथा सतत और जिम्मेदार पर्यटन आदि विभिन्न पक्षों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कण्वाश्रम, चंद्रशेखर आजाद पार्क, बर्ड वाचिंग साइट यात्रा भी कराई जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में आईएचएमएस के निदेशक सुनील कुमार ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए टूर एंड ट्रेवल्स गाइड को शुभकामनायें देते हुए उनके शानदार भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन समर्पित मीडिया सोसाइटी की सीमा शर्मा ने किया। इस दौरान सहायक पर्यटन कार्यालय कोटद्वार मुकेश राठी एवं संजय नेगी, कार्यकारी निदेशक अजय राज, पंकज शर्मा , दीपक शर्मा एवं हेरिटेज टूर गाइड के प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES

ADVERTISEMENT