TIGER IS BACK…!
आओ कर्नल, स्वागत है।
– कर्नल कोठियाल की टीम ने म्यांमार में 160 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण की।
– यूथ फाउंडेशन के माध्यम से दस हजार युवाओं को सेना में मिली नौकरी।
(गुणानंद जखमोला की कलम से)
केदारनाथ पुनर्निर्माण के महानायक पूर्व कर्नल अजय कोठियाल ने देश के इतिहास में एक और स्वर्णिम इबारत लिखी हैॅ। म्यांमार में उन्होंने रिकार्ड समय में 160 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण की है। सब जानते हैं कि वहां की स्थिति कितनी विकट है। सत्ता पलट हो चुका है और विद्रोहियों और सत्ता के बीच खूनी संघर्ष चल रहा है। ऐसी विकट परिस्थितियों में कर्नल अजय कोठियाल की टीम ने वहां रात-दिन एक किया। अहम बात यह है कि भारत के इस महत्वकांक्षी इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में कर्नल कोठियाल की टीम ने उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार दिया। उनकी म्यांमार टीम में अधिकांश उत्तराखंडी थे। यूथ फाउंडेशन के माध्यम से कर्नल कोठियाल युवाओं को सेना में भर्ती के लिए निशुल्क प्रशिक्षण देते हैं। अब तक दस हजार से भी अधिक युवाओं को सेना, पैरा-मिलिट्री, पुलिस और अन्य विभागों में रोजगार मिल चुका है।
कर्नल अजय कोठियाल इन दिनों संशय में हैं कि वो इसी तरह से समाजेसवा करते रहे या राजनीति में कदम रखें। राजनीति का अर्थ है दलदल। सच यह है कि दलदल में घुसे बिना उसे साफ नहीं किया जा सकता। यदि कर्नल अजय कोठियाल जैसी शख्शियत को राजनीतिक पावर मिलती है तो यह तय है कि ये आदमी उसका दुरुपयोग नहीं करेगा। यह भी कड़वा सच है कि राजनीति में बदनामी मिलती है। लेकिन राजनीतिक पावर के बिना बदलाव होना भी संभव नहीं है।
टाइगर को निसंकोच राजनीति में आना चाहिए। जहां कर्नल कोठियाल खड़े हो जाएंगे, पंक्ति अपने आप बन जाएगी। वेलकम बैक, टाइगर।