Thursday, December 5, 2024
HomeUncategorizedपर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन कारोबार पर पड़ी बारिश की मार, मानसून...

पर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन कारोबार पर पड़ी बारिश की मार, मानसून के जल्द आने से लगातार घट रही पर्यटकों की संख्या

हिमाचल प्रदेश। पर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन कारोबार पर बारिश की मार पड़ी है। मानसून जल्द आने से मनाली के पर्यटन कारोबार को झटका लगा है। मनाली आने वाले पर्यटकों की संख्या घट गई है। निजी होटलों में 60 से 70 प्रतिशत और पर्यटन निगम के होटलों में 80 फीसदी कमरे खाली हैं। इस बार करीब 15 दिन पहले ही मनाली का पर्यटन सीजन सिमट गया। पर्यटन नगरी धर्मशाला-मैक्लोंडगंज के होटलों की बुकिंग में अब काफी गिरावट आई है। मंगलवार को पर्यटन नगरी के होटलों में 30 फीसदी बुकिंग दर्ज की गई।

मंडी जिले में होटल ऑक्यूपेंसी गिर गई है। वर्तमान में ऑक्यूपेंसी पांच प्रतिशत से नीचे चल रही है। जबकि बादल फटने और सड़क अवरूद्ध होने की सूचना के चलते एडवांस बुकिंग पर्यटकों ने रद्द करवा दी है। मनाली का पर्यटन सीजन जुलाई के मध्य तक चलता रहा है। पिछले शुक्रवार, शनिवार और रविवार को प्रतिदिन मनाली में 3,000 से अधिक पर्यटक वाहन पहुंचे थे। अब यह आंकड़ा 1,000 से 1,200 तक ही सिमट गया। ग्रीन टैक्स बैरियर के आंकड़ों के अनुसार जून के अंतिम सप्ताह से अचानक पर्यटकों की संख्या कम हो गई। पर्यटन कारोबारियों की मानें तो बारिश का सीधा असर मनाली के पर्यटन कारोबार पर पड़ा है।

पर्यटन निगम के उपमहाप्रबंधक बीएस औकटा ने बताया कि बारिश के बाद मनाली में पर्यटक घट गए। निगम के 20 प्रतिशत कमरे ही बुक हैं। होटलियर एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर का कहना है कि मनाली में 15 जुलाई तक सैलानी की रौनक रहती थी। इस वर्ष समय से पहले मानसून आने के कारण सीजन फीका पड़ गया है। कई होटलों में तो 10 फीसदी कमरे ही बुक हैं। मनाली में वर्तमान में औसतन 70 प्रतिशत तक कमरे खाली चल रहे हैं। मौसम खुलने के बाद पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। शिमला आने वाले सैलानियों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है।

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES