मॉनसून का मौसम जारी है जहां संक्रमण की वजह से मौसमी बीमारियों का खतरा बना रहता हैं। खासतौर से इन दिनों में खांसी, जुखाम और बुखार का सामना करना पड़ता हैं। इसी के साथ ही कई लोगों को बलगम की समस्या भी होने लगती हैं जिसमें सीने में काफ जमने लग जाता हैं और सांस लेने में भी परेशानी होती हैं। कई लोगों को तो बलगम के कारण रात को नींद तक नहीं आती हैं। इससे निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह की दवाओं की मदद लेते हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खें लेकर आए है जिनकी मदद से बलगम की दिक्कत को आसानी से दूर किया जा सकता है। आइये जानते है इन उपायों के बारे में…
काली मिर्च
सीने में कफ जमा होने की समस्या में काली मिर्च का सेवन बहुत लाभकारी है। आधी चम्मच सफेद कालीमिर्च को पीस लें। इसमें 1 चम्मच शहद मिला लें। इस मिक्सचर को 10-15 सेकेंड माइक्रोवेव करें। फिर पी लें। इसे पीते ही आपको फौरन आराम मिलेगा। बलगम से पूरी तरह छुटकारा पाने के लिए इस मिक्चर को एक हफ्ते तक दिन में तीन बार जरूर लें। यह सर्दी-जुकाम, गले की खराश, सूजन और कफ से छुटकारा दिलाने में बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
नमक के पानी से गरारे
सीने में जमे बलगम को डिस्चार्ज करने के लिए आप नमक के पानी से गरारे करें। इसके लिए आप गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर इससे दिन में दो-तीन बार तक गार्गल करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
अदरक और शहद
ताजा अदरक का रस और शहद लेकर इसे मिक्स कर लें। फिर इसे सुबह शाम लें। अदरक का रसबलगम को तोडऩे में मदद करेगा और शहद की स्क्रैपिंग कार्रवाई इसे साइनस से बाहर निकालने में मदद करेगा। जी हां आपकी किचन मौजूद अदरक सब्जी का स्वाद बढ़ाने के साथ हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं का रामबाण इलाज है। इसकी तासीर गर्म होती है। अदरक खाने से खांसी-जुकाम और बलगम जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है। साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट भी होता है जो जमा टॉक्सिन को साफ करता है और बलगम दूर करता है।
भाप लेना
गर्म भाप लेने से बलगम ढीला हो जाता है और आसानी से बाहर आ सकता है। यह सर्दी जुकाम को ठीक करने और बलगम को बाहर निकाने का सबसे असरदार घरेलू नुस्खा है। सोने से पहले रात में भाप लेना अधिक प्रभावी होता है इसके अलावा आप दिन में 3 से 4 बार भाप लेने का प्रयास जरुर करें। बलगम का घरेलू उपचार करने के लिए विक्स को गर्म पानी में मिला कर और अपने सर को एक तोलिये या टाबिल की मदद से पूरी तरह ढक कर भाप लें। आप चाहे तो केवल गर्म पानी की भाप भी ले सकते है।
हल्दी
हल्दी में बहुत ही प्रभावी एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो बलगम में मौजूद बैक्टीरिया को मारते हैं। इस तरह कफ बनना रुक जाता है। इसके साथ ही हल्दी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती है। सबसे पहले एक चम्मच हल्दी को एक ग्लास दूध में डाल दें। फिर इस मिश्रण को सुबह और रात को सोने से पहले पिएं। या फिर आप पूरे दिन में दो से तीन बार आधा चम्मच हल्दी को पानी के साथ खाएं।
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को स्टीमर में डालकर इसकी स्टीम लें। स्टीम की गर्मी किसी भी अटके हुए बलगम को ढीला और चिकना करने में मदद करती है। नीलगिरी का तेल इसे तोडऩे का काम करता है। इसके अलावा नीलगिरी के तेल में एंटी-वायरस और एंटी-बैक्टीरियल हीलिंग गुण ब्लॉकेज में सुधार करते हैं।
तुलसी और अदरक की चाय
तुलसी और अदरक दोनों ही एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होती हैं। यह सर्दी-खांसी, जुकाम आदि में तुलसी और अदरक की चाय पीने से बहुत आराम मिलता है। आप चाहें तो दोनों का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। इससे कफ आसानी से बाहर निकलता है।