Thursday, December 4, 2025
Homeउत्तराखंडचारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के इतिहास में तीर्थयात्रियों की संख्या ने...

चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के इतिहास में तीर्थयात्रियों की संख्या ने बनाया नया रिकॉर्ड, वर्ष 2019 का भी तोड़ा रिकॉर्ड

देहरादून। लगभग सवा चार महीने की चारधाम यात्रा व हेमकुंड साहिब यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है, वर्ष 2019 में सर्वाधिक 34.77 लाख श्रद्धालु चारधाम व हेमकुंड साहिब के दर्शन करने आए थे। जो यात्रा में सर्वाधिक संख्या का रिकॉर्ड था, वहीं इस बार चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के इतिहास में तीर्थयात्रियों की संख्या ने नया रिकॉर्ड बनाया है, इस साल दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं ने वर्ष 2019 का रिकॉर्ड तोड़ा है।

बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम व हेमकुंड साहिब में अब तक दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 35 लाख पार हो गया है। अभी चारधाम यात्रा नवंबर माह तक चलेगी। कोविड महामारी के कारण दो साल से चारधाम यात्रा प्रभावित रही। यात्रा शुरू होने से ठीक पहले कोरोना संक्रमण चरम पर पहुंच गया। जिससे यात्रा का संचालन नहीं हो पाया। इससे पर्यटन उद्योग को सबसे बड़ा आर्थिक झटका लगा था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण सामान्य होने पर चारधाम यात्रा निर्बाध रूप से संचालित की गई। सरकार को उम्मीद थी कि चारधाम यात्रा इस बार ऐतिहासिक होगी।

इस साल दर्शन कर चुके तीर्थयात्री

धाम               तीर्थयात्री
बदरीनाथ          1236555
केदारनाथ          1163660
गंगोत्री                531720
यमुनोत्री             416927
हेमकुंड साहिब   173911
कुल                  3522793

पिछले तीन साल में तीर्थयात्रियों की स्थिति 

धाम                 2019          2020          2021
बदरीनाथ         1244100      155009     199406
केदारनाथ         998956        135287      242985
गंगोत्री              529880        23736        33771
यमुनोत्री           465111         7717          33311
हेमकुंड साहिब  239910         8290         19909
कुल                3477957      330039       529382

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES