नैनीताल (हि. डिस्कवर)
क्लाइम्बिग बियौन्ड द समीटस की 09 सदस्यीय महिलाओं की टीम ने 25 सितंबर को दिन के 1 बजे सेला पास पर भारत का झंडा फहराया. सेला पास समुद्र तल से 5150 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और ये व्यास घाटी और दारमा घाटी को जोड़ती है।
सदस्यों ने सुबह 08:00 बजे बेस कैम्प से निकले थे जो 4750 मीटर पर स्थित था और 5 घंटे मे सभी ने सफलतापूर्वक सेला दर्रे मे तिरंगा लहराकर जश्न मनाया। ये पहला मौका है कि पूर्णतः महिलाओं की टीम ने ये कारनामा कर दिखाया है।
विगत वर्षो के विपरीत इस वर्ष अत्यधिक बर्फबारी के कारण इस दर्रे मे 5 फीट से ज्यादा बर्फ देखने को मिली और कई स्थानों में क्रेवासिस का सामना करना पड़ा।
ज्ञात हो कि 8 सितंबर को प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 12 सदस्यीय दल को नैनीताल मे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस टीम का नेतृत्व उत्तराखंड की शीतल कर रही है जिनको “द माउंटेन गर्ल” के नाम से भी जाना जाता है और उन्होंने छोटी उम्र मे दुनिया के दुर्गम पर्वतों जैसे एवरेस्ट, कंचनजंगा और अन्नपूर्णा पर देश का झंडा फहराया है और कई रिकॉर्ड भी इनके नाम दर्ज है।
टीम 9 सितंबर को नैनीताल से धारचूला होते हुए 16 सितंबर को कुटी गांव पहुचे थे और 20 सितंबर को आदि कैलाश रेंज के नामा घाटी के 4750 मीटर ऊंचाई पर अपना बेस कैंप स्थापित किया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड मे पर्वतारोहण और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना है और साथ ही साथ बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान को प्रोत्साहित करना है। इस अभियान को नैनीताल जिला प्रशासन और कुमाऊं मंडल विकास निगम, महिन्द्रा एंड महिंद्रा और द हिमालयन गोट्स के सहयोग के किया जा रहा है।
क्लाइम्बिग बियौन्ड द समीटस के संस्थापक और पर्वतारोही योगेश गर्ब्याल ने बताया कि इस अभियान मे शामिल महिलाओं के लिए विगत दो वर्षो से दारमा और व्यास घाटी क्षेत्रों में विभिन्न अवसरों पर ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया गया था। इस अभियान से जुड़े महिलाओं को साहसिक पर्यटन मे आजीविका की दृष्टि से भी ट्रेनिंग दिया जा रहा है और उन्हें सक्षम और सशक्त किया जा रहा है।
संस्था प्रति वर्ष पहाड़ी क्षेत्रों मे ऐसे युवाओं को चिह्नित कर उन्हें प्रशिक्षण देकर साहसिक खेलों को उनके आजीविका के साथ जोड़ने की कोशिश करेगी। इसके साथ ही संस्था नए नए डेस्टिनेशन को पर्यटन के मानचित्र मे जोड रही है।
टीम मुखिया शीतल ने बताया कि टीम ने चीपेदं पीक (6220 मीटर) के कैंप 1 तक मार्ग खोलने के सफलता पायी है, जो 5400 मीटर पर स्थित है और एक दो दिनों मे मौसम को देखते हुए टीम चीपेदं पीक के समिट मे तिरंगा फहराने की कोशिश करेगी। इसके बाद टीम स्येनो ला पास (5495m) पर भी देश का झंडा फहराने के लिए निकलेंगी।
इस टीम के सदस्यों के नाम क्रमशः शीतल, मीनाक्षी राठौर, कला बढाल, यादनीकी भिलेरे, ममता बिष्ट, अनामिका दताल, द्रौपदी रौंकली, दीपिका करान्दे, ध्रुवी मोदी, गीता ठाकुर इत्यादि हैं, जिन्होंने सफलता पूर्वक सेला पास आरोहण पर सफलता हासिल की है।