चमोली (हि. डिस्कवर)।
हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी होने के चलते यहां यात्रा पर ब्रेक लग गया है। दो दिनों से यहां मोसम खराब होने के चलते ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी होने से हेमकुंड साहिब में एक फिट से अधिक बर्फ गिर चुकी है। प्रदेश में बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्री-पर्यटकों से पहले ही सतर्क रहने की अपील की है। वहीं बदरीनाथ धाम की चोटियों में भी बर्फबारी हुई।
सोमवार को मौसम का मिजाज बदला तो हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी हुई, लेकिन बर्फबारी के कारण यहां साढ़े सात हजार तीर्थयात्रियों को रोक दिया है। बर्फबारी होने से यहां कड़ाके की ठंड हो रही है। बर्फबारी के कारण गोविंदघाट व घांघरिया में साढे़ सात हजार तीर्थयात्री को अभी रोका दिया गया है।
गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह का कहना है कि जैसे ही बर्फबारी रुकेगी यात्रा फिर से संचालित होगी। चमोली एसपी श्वेता चौबे ने भी कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए हेमकुंड की ओर जाने वालों को मौसम साफ होने तक घांघरिया और गोविंदघाट पर रोक दिया गया है।
प्रदेश में बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्री-पर्यटकों से सतर्क रहने की अपील की है। कहा है कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में बने कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 1364 या मौसम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से मौसम व मार्गों की पूर्ण जानकारी लेने और पंजीकरण कराने के बाद ही उत्तराखंड आएं।
मौसम विभाग ने चारधाम समेत अनेक जिलों में बारिश या भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। इसके साथ ही भारी बारिश के आसार वाले जिलों में हल्का भूस्खलन, चट्टान गिरने, सड़कें बंद होने, नदी-नालों में पानी बढ़ने आदि की चेतावनी जारी की है। इसी के चलते पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्री-पर्यटकों से सतर्कता बरतने की अपील की है। यह भी कहा गया है कि यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्री ऊनी कपड़े, छाता, रेनकोट, वाटरप्रूफ ट्रेकिंग शूज, चलने के लिए छड़ी, टोपी, दस्ताने आदि अपने साथ रखें।