सतपुली/पौड़ी 27 सितम्बर 2020 (हि. डिस्कवर)।
विकास खंड व विकासखंड कल्जीखाल के मध्य नयारघाटी में पैराग्लाइडिंग ट्रायल के दौरान हुई दुर्घटना में पैराग्लाइडर पायलट शुभांग रतूड़ी घायल हो गये। उन्हें पास ही स्थित हंस अस्पताल में लाया गया, जहां पर उनकी हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।
फ़ाइल फोटो।
जिलाधिकारी पौड़ी धिराज गर्ब्याल ने तत्काल प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से उन्हें एयरलिफ्ट की अनुमति मांगी व उतनी ही तीव्रता दिखाते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से एयरलिफ्ट कर हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट लाया गया जहां शुभांग प्राथमिक ट्रीटमेंट के बाद सबसे बात करते दिखाई दिए।
क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी धिराज गर्ब्याल व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक पैराग्लाइडर पायलट के प्रति उन्होंने जितनी सजगता दिखाई वह काबिलेतारीफ है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नयार घाटी के बिलखेत केे क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग ट्रायल चल रहा था, इसी दौरान लैंडिंग करते समय पायलट शुभांग शरण रतूड़ी मिस जजमेंट कर बैठे व 25 मीटर ऊंचाई से उड़ते हुए पास ही चट्टान पर एक्सीडेंट कर बैठे, जिससे वे घायल हो गए। हादसे के बाद उसे अन्य साथी निकटवर्ती द हंस फाउंडेशन अस्पताल लेकर पहुंचे।
ज्ञात होकि शुभांग शरण रतूड़ी हासा के एक प्रशिक्षित पायलट हैं व वे अक्सर भारतीय सेना के अर्द्धसैनिक बलों को भी प्रशिक्षण देते आये हैं। ऐसे में उनका एक गलत अनुमान उन्हें इस तरह घायल कर देगा यह उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
हंस अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट एचएस मिन्हास ने बताया कि पैराग्लाइडर्स की कमर में चोटें आई हैं। बेहतर इलाज के लिए उसे रेफर किया गया है।
बहरहाल शुभांग रतूड़ी ने जौलीग्रांट हॉस्पिटल पहुंचकर जिलाधिकारी धिराज गर्ब्याल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि ऐसे हादसे नई लोकेशन में ट्रायल के दौरान होते ही रहते हैं वे जल्दी ही स्वस्थ होकर फिर नायर घाटी पहुंचेंगे। क्या कहा शुभांग रतूड़ी ने आप भी सुनिए:-
हासा के पैरामोटर पायलट विनय सिंह ने जौलीग्रांट हॉस्पिटल से जानकारी साझा करते हुए कहा कि चिंता की बात नहीं है , उन्हें फर्स्ट एड के रूप में ट्रीटमेंट दे दिया गया है और वे जल्दी ही निरोग हो जाएंगे वहीं पौड़ी से हासा के मनीष जोशी ने कहा कि कल भी नयार घाटी में ट्रायल जारी रहेंगे और ऐसी घटनाएं होती ही रहती हैं। इसी लिए हम ट्रायल के लिए प्रशिक्षित पायलट ही को उतारते हैं ताकि आने वाले समय में एयर स्पोर्ट्स में कोई चूक न हो।