Saturday, December 14, 2024
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क्या सलाद में टमाटर और खीरे को मिलाकर खाना चाहिए? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

सलाद भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। क्योंकि इसमें लोग तरह-तरह की सब्जियों को शामिल करते हैं, जिनमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों की मौजूदगी होती है। कई लोग खीरे और टमाटर को भी सलाद का हिस्सा बनाते हैं. अब सवाल उठता है कि क्या खीरे और टमाटर को एक साथ मिलाकर खाया जा सकता है? क्या वास्तव में इन दोनों सब्जियों का मेल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है? आइए जानते हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि खीरा शरीर को हाइड्रेटेड रखने का काम करता है। इसे खाने के वैसे तो कई फायदे हैं। लेकिन अगर आप टमाटर के साथ मिलाकर खीरा खाएंगे तो इसके कई नुकसान देखने को मिल सकते हैं। दरअसल खीरे में एक गुण होता है, जो विटामिन ष्ट को सही से अब्जॉर्ब करने नहीं देता। एक्सपर्ट कहते हैं कि खीरे और टमाटर के कॉम्बिनेशन से बॉडी में एसिड बनने लगता है, जो सूजन का कारण बनता है.

टमाटर और खीरे को एक साथ नहीं मिलाना चाहिए?
कुछ फूड आइटम्स ऐसे होते हैं, जिन्हें डाइजेस्ट करना मुश्किल होता है। जबकि कुछ आसानी से पच जाते हैं। खीरे और टमाटर के साथ भी यही समस्या है। इन दोनों को एक साथ खाने से पेट में दर्द, गैस और थकान की समस्या पैदा हो सकती है। सलाद में टमाटर और खीरे को एक साथ मिलाकर खाने से मेटाबोलिज्म रेट भी कम होता है। क्योंकि सलाद में मौजूद अलग-अलग कंपोनेंट को डाइजेस्ट होने में वक्त लगता है।

दोनों सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर
कई अध्ययन बताते हैं कि खीरे को डाइजेस्ट करना आसान होता है और यह जल्दी पच जाता है। जबकि टमाटर को पचाना मुश्किल होता है और इसे डाइजेस्ट करने में काफी वक्त लगता है। जब दो अलग-अलग खाद्य पदार्थों को मिलाया जाता है तो फर्मेंटेशन प्रोसेस शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से गैस की दिक्कत होने लगती है। सिर्फ इतना ही नहीं, कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक, खीरे और टमाटर को एक साथ खाया जा सकता है। क्योंकि यह दोनों सब्जियां विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। अगर आपको कोई दिक्कत नहीं है तो आप और भी सब्जियों को सलाद का हिस्सा बना सकते हैं।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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