●सीता माता की भूसमाधि के राष्ट्रीय महत्त्व हेतु पौड़ी आएंगे तरुण विजय।
●प्राचीन गीतों का अभिलेख बनेगा, सीता माता के गीतों के लोकगायकों के सम्मान की योजना।
देेहरादून (हि. डिस्कवर)
पूर्व सांसद और श्री नंदा राज जात पूर्वपीठिका समिति के अध्यक्ष तरुण विजय १२ दिसम्बर को पौड़ी के शासकीय प्रवास पर आ रहे हैं. वे माता सीता मंदिर, उनके भू समाधि लेने की कथा के मूल स्रोतों की जानकारी एवं इस सम्बन्ध में लोकगायकों और स्थानीय विद्वानों से मिलकर इस स्थान का महात्म्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने ले के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि वे कुछ लोकगायकों के गीत रिकॉर्ड करके भी लेजाना चाहेंगे ताकि आकाशवाणी और दूरदर्शन पर इस सम्बन्ध में एक कार्यक्रम दिया जा सके और राष्ट्रीय स्तर पर सीता माता गीत गायकों का भी सम्मान आयोजित किया जा सकेगा।
तरुण विजय ने कहा कि पौड़ी को राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बनाने हेतु माता सीता का वरदान मिला है जिसका सकारात्मक उपयोग होना चाहिए। यह स्थान जनकपुर धाम, नेपाल, सीतामढ़ी बिहार होते हुए दक्षिण भारत में माता सीता की स्मृतियों से जुड़े स्थानों से भी संस्कृति के तार जोड़ सकता है। तरुण विजय के साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ अधिकारी भी आ रहे हैं।