Saturday, July 27, 2024
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उल्टा पड़ा एसडीएम पुरोला का दांव। 24 घण्टे में ही हुआ ट्रांसफर..! किया कमिश्नर कार्यालय पौड़ी अटैच।

पुरोला/उत्‍तरकाशी (हि. डिस्कवर)

क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल पर जान से मरवा देने का आरोप लगाकर थाने में तहरीर देनी आखिरकार उत्तरकाशी जनपद के तहलसील पुरोला के एसडीएम को महंगा पड़ गया। बिंता लाग-लपट के 24 घण्टे के अंदर अंदर ही एसडीएम मोहन सिंह सैनी का पुरोला से ट्रांसफर कर कमिश्नर कार्यालय पौड़ी सम्बन्ध करवा दिया गया है। शासन की यह त्वरित कार्यवाही चर्चा का बिषय बनी हुई है।

ज्ञात हो कि पुरोला के एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल के खिलाफ तहरीर देते हुए खुद को भाजपा विधायक से जान का खतरा बताया है।


एसडीएम ने तहरीर देते हुए बताया कि उनके साथ रख अभद्र भाषा का प्रयोग करके नोकझोंक तथा एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की धमकी तक दी जा रही है।

थाना पुरोला में दी गयी तहरीर में एसडीएम सैनी ने लिखा है  कि उपर्युक्त विषयक अवगत करना है कि दिनाँक 21.05.2022 को नगर पंचायत पुरोला द्वारा निकाय क्षेत्रार्न्तगत अवैध अतिक्रमण हटवाया गया। इसके अतिरिक्त विधायक द्वारा दिनांक 21.05.2022 को लगभग 10.00 बजे मुझे विश्राम गृह पुरोला मे आने को कहा गया, किन्तु मेरे द्वारा रात्रि समय अधिक होने के कारण असमर्थता व्यक्त की गयी। चूँकि मुझे विश्वस्त सूत्रों से विज्ञ हुआ था कि विधायक एवं उनके राजनैतिक मित्र मेरे साथ किसी प्रकार की अभद्र भाषा का प्रयोग कर बतमीजी कर सकते है। अगली तिथि को प्रातः मैं विधायक से मिलने गया तथा विधायक द्वारा मुझे विश्राम गृह में मिलने से मना किया गया तथा मुख्य बाजार में ही मिलने को कहा गया तथा दुर्गेश्वर लाल, विधायक पुरोला द्वारा दिनांक 22.05.2022 को मुख्य बाजार पुरोला में हंगामा किया गया एवं इनके समर्थको द्वारा उप जिलाधिकारी पुरोला मुर्दाबाद की नारेबाजी की गयी, साथ ही मेरे साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर नोंक-झोंक की गयी तथा विधायक समय-समय पर मुझ पर कार्यालय में अवैध कार्य करवाये जाने का अनावश्यक दबाब बनाते रहते है तथा यह कथन का उपयोग करते है कि मै यहाँ का विधायक हूँ आपको मेरी प्रत्येक बात माननी होगी।

इस प्रकार के घटना कम में विधायक द्वारा आवेश मे आकर मेरे विरूद्ध कृष्णा राणा, निवासी ग्राम फिताड़ी के माध्यम सें सोशल मिडिया पर भ्रामक शिकायती पत्र डलवाये जा रहे है। उक्त पुराने शिकायती पत्र आज की तिथि दिनॉक 28.05.2022 को सोशल मिडिया पर डाले जाने के कारण मेरी व्यक्तिगत एवं विभाग की छवि धूमिल हो रही है। साथ ही विधायक के स्तर से मुझे हत्या करवाये जाने की धमकी (जिससे कि मेरी जान को खतरा है) तथा एस०सी० / एस०टी० एक्ट अर्न्तगत मुकदमा दर्ज करवाये जाने इत्यादि कई प्रकार की धमकियों भी प्राप्त हो रही है, चूँकि पूर्व मे परगना पुरोला क्षेत्रार्न्तगत उप जिलाधिकारी आवास जैसे स्थानों में आगजनी जैसी घटनाऐं घटित हो चुकी है तथा मेरे पूर्ववर्ती उप जिलाधिकारियों के साथ विभिन्न प्रकार की घटनाऐं भी घटित हुयी है, जिसके दृष्टिगत भविष्य मे यदि मेरे साथ किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी दुर्गेश्वर लाल, विधायक पुरोला की रहेगी। अतः अनुरोध है कि मेरे उपरोक्त प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुये कृष्णा राणा, निवासी ग्राम फिताड़ी एवं   दुर्गेश्वर लाल, विधायक पुरोला के विरूद्ध मेरे विरूद्ध उपरोक्त साजिश रचने तथा मेरी निजी / व्यक्तिगत एवं विभाग की छवि धूमिल करने के सम्बन्ध में प्राथमिकी दर्ज करने का कष्ट करें। एसडीएम की इस तहरीर के बाद खलबली मची हुयी है।

एसडीएम की तहरीर पर क्या बोले क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल।

एसडीएम सैनी के आरोपों से बेहद व्यथित नजर आए विधायक दुर्गेश्वर लाल ने एसडीएम की तहरीर को फेसबुक में वायरल करने व एसडीएम व उनके एजेंटों पर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे एसडीएम व उनके एजेंटों के विरुद्ध कोर्ट जाएंगे व उन पर मानहानि का दावा ठोकेंगे।

उन्होंने कहा कि एसडीएम ने मेरे खिलाफ जो अनर्गल बातें लिखी हैं वह निराधार हैं। जिसके कारण उनकी दुकाने बंद होंगी तो वो ऐसे आरोप लगाएंगे ही। उन्होंने एसडीएम सैनी पर आरोप लगाया कि वे पी 20 बनाने पर भी ग्रामीणों से 500 रुपये मांगते हैं।
एक घर में क्षति हुई है वहां भी उन्हें पैंसे से न मिलने पर काम लटका देते हैं। उनकी कई कम्प्लेन हैं मेरे पास।

विधायक दुर्गेश्वर लाल ने बताया कि पुरोला में एक गरीब अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति को प्रताड़ित कर उसका 70 सा पुराना मकान तुड़वा दिया। उस पर मैंने एसडीएम के संज्ञान में यह मामला डाला भी था कि यह प्रकरण कोर्ट में है आज 12 बजे तक इस मामले पर कोर्ट का निर्णय आएगा। उन्होंने तुरंत फोन बंद कर दिया। मैंने इस बात का संज्ञान डीएम साहब को भी दी। जब तक कोर्ट से फैसला आता तब तक उन्होंने उस गरीब का मकान तुड़वा दिया। और पूरे दो घण्टे बाद अपना फोन दुबारा खोला।
उन्होंने कहा कि वे इस  मामले को विधान सभा अध्यक्ष के समक्ष रखेंगे व बताएंगे कि एक पब्लिक सर्वेंट, एक जनप्रतिनिधि के अधिकारों का कैसे हनन कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब एक विधायक के साथ एसडीएम ऐसा बर्ताब करते हैं तब आम जन के क्या हाल होंगे यह समझा जा सकता है। दुर्गेश्वर लाल बोले मैं एसडीएम व उन लोगों पर भी मानहानि का दावा ठोकूँगा जिन्होंने बेवजह बयानबाजी कर मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की।

उन्होंने एसडीएम पर आरोप लगाया कि वह बिना जानकारी के ही वर्किंग डे पर क्षेत्र से गायब हो जाते हैं । आज भी उन्हें मैंने जूडो के पास विकास नगर जाते देखा। अब आप बताइए पी 20 या जाति प्रमाणपत्र बनाने के लिए एसडीएम के हस्ताक्षर कहाँ-कहाँ जा  जनता जा सकेगी। वैसे भी मेरी विधान सभा का फैलाव बिल्कुल हटकर है जहां दूरस्थ क्षेत्र के लोगों का एक दिन में ही आना जाना असम्भव सा रहता है।

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने यह जानकारुई जिलाधिकारी व सीडीओ साझा की तो एसडीएम रास्ते से लौटकर पुरोला पहुंचे व यहां आकर एक गरीब का चालान काटकर यह दर्शाने की कोशिश की कि मैं यहीं था। झल्लाये एसडीएम इतने में ही नहीं रुके और थाने में मेरे विरुद्ध जाकर तहरीर दी कि मुझसे उन्हें जान का खतरा है। और तहरीर लिखते ही उसे सोशल साइट पर भी सार्वजनिक कर दिया क्या यह एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा किया गया सही कृत्य कहा जा सकता है इसलिए इनकी विजिलेंस जांच की मांग करते हुए कहूंगा कि इनके अधिकार सीज हों व इन्हें तब तक अटैच रखे।

बहरहाल विधायक के इस बयान के बाद तो यही लगता है कि उन्होंने इस सम्बन्ध में उच्च स्तर पर (सरकार/प्रशासन) बातचीत की जिसके कारण कार्मिक व सर्तकता विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए एसडीएम सैनी का फौरन पौड़ी आयुक्त कार्यालय में स्थानांतरण कर उन्हें आयुक्त कार्यालय सम्बद्ध किये जाने का हुक्म दिया है।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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