(हि. डिस्कवर ब्यूरो)
15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पाकिस्तान में हड़कम मच गया है। व कड़ी आपत्तियों का दौर जारी है। बीबीसी की खबर कर अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाए जाने के फ़ैसले की पाकिस्तान में कड़ी आलोचना हो रही है।
ज्ञात हो कि 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना आज़ादी दिवस मनाता है। बीबीसी की खबर के अनुसार पाकिस्तान ने उनके दिये बयान पर आपत्ति इसलिए दर्ज की है क्योंकि 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है।
बीबीसी के अनुसार पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस फ़ैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे शर्मनाक बताया है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के कई दूसरे लोगों ने भी इसकी आलोचना की है, जबकि भारत में भी कई लोगों ने इस बयान का स्वागत किया है, तो कई सेकुलर इससे सहमत नहीं नज़र आ रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त के दिन ट्वीट कर कहा था कि देश के विभाजन के दर्द से गुज़रने वाले लोगों की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जाएगा। यही बात प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर लाल क़िले से देश को संबोधित करते हुए भी दोहराई।
स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी पीएम ने इस फ़ैसले का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, “हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बँटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है. यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है. कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है। अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।