इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब नेपाल के राजा रथ में सवार होकर निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ सोमवार (12 अप्रैल 2021) हरिद्वार में हर की पैड़ी में कुम्भ स्नान करेंगे।
हरिद्वार महाकुंभ में नेपाल के राजा श्री ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह
के आगमन पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने राजा साहब को प्रेषित संदेश में कहा कि “देवभूमि उत्तराखंड और हरिद्वार कुंभ में आपका स्वागत है। आप साधु-संतों के सान्निध्य में गंगा स्नान कर कुंभ का पुण्य लाभ अर्जित करें।”
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के प्रतिनिधि के रूप में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान ने हरिद्वार जाकर राजा ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह जी को मुख्यमंत्री जी की ओर से पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। राजा साहब ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और उत्तराखंड में निवास कर रहे नेपाली समुदाय के लोगों को संदेश भी दिया।
ज्ञात हो कि 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर होने वाले पहले बड़े शाही स्नान लिए हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड को अखाड़ों और संत-महात्माओं के लिए आरक्षित कर दिया गया है। यही व्यवस्था 14 अप्रैल को मेष संक्रांति (बैसाखी) पर होने वाले शाही स्नान के लिए भी रहेगी। इन दिनों में आम श्रद्धालुओं को हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान की अनुमति नहीं होगी। उन्हें अन्य गंगा घाटों पर स्नान करना होगा।
नेपाल के राजा श्री ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह ने आज अखाड़े के साधु समाजों की भोजन व्यवस्था भी की व उनके साथ भोजन भी किया। नेपाल नरेश के उत्तराखण्ड पहुंचने पर पूरे प्रदेश में निवास कर रहे नेपाली मूल के लोगों के अलावा उत्तराखण्ड में सैकड़ों बर्षों से नेपाली व गोर्खाली समाज के लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वागत किया है।
हरिद्वार पहुंचने पर उनका साधु समाज ने भव्य स्वागत किया ।उन्होंने सबसे पहले दक्षिण काली पीठ मंदिर में श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर निरंजन पीठाधीश्वर कैलाशानंद गिरी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। वह काली मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और संतों के दर्शन कर उनका आशीर्वाद भी लेंगे। नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र वीर कुंभ के अवसर पर पहली बार हरिद्वार पहुंचे हैं। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने कहा कि नेपाल नरेश संतो से मुलाकात करेंगे और काली मंदिर में पूजा करेंगे।
ज्ञात हो कि नेपाल में नेपाल के राजा को भगवान नारायण का अवतार माना जाता है। उनके अंदर नारायण की छवि देखी जाती है। कैलाशानंद गिरी ने कहा कि वे काली मंदिर में पूजा करेंगे। गंगा स्नान करेंगे और संतों का आशीर्वाद लेंगे। नेपाल नरेश राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह ने कहा कि वे हरिद्वार में गंगा के तट पर पहुंच कर बेहद खुश हैं और वे कुंभ के अवसर पर पहली बार आए हैं। वह पूजा-अर्चना करेंगे संतो से आशीर्वाद देंगे और गंगा मैया से नेपाल की जनता की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। नेपाल नरेश द्वारा अपने हरिद्वार पहुंचने का संदेश देते हुए कोरोना से जानमाल की सुरक्षा की भी अपील अपने नागरिकों से की है।
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