(अवधेश नौटियाल की कलम से)
न्यू इंडिया के पॉटिकिल चाणक्य अमित शाह और हिंदुस्तान की राजनीति के सुपर सियासी चेहरे शरद पवार की एक मुलाकात की खबर ने देश की सियासत में हलचल मचा दी है। इसमें दो बातों की बड़ी चर्चा है जिसमें एक के फ्लैश प्वाइंट में महाराष्ट्र है तो दूसरे में बंगाल।
पवार और शाह की कथित मुलाकात का राजनीतिक अनुमान इन्हीं दो राज्यों के हालात को लेकर लगाया जा रहा है। एनसीपी तो मुलाकात की बात मानने तक को तैयार नहीं है।
शाह-पवार की कथित मीटिंग का सेंटर प्वाइंट महाराष्ट्र को माना जा रहा है । मौजूदा हालात में ये सही भी लगता है क्योंकि वझे-देशमुख कांड में एनआईए की जांच के बाद हो रहे खुलासे महाराष्ट्र अघाड़ी (MVA) सरकार की सेहत के लिए नुकसानदायक दिख रहे हैं, लेकिन इस मुलाकात के बाद जो घटनाएं हुईं उससे शक बढ़ता है कि कहीं अहमदाबाद वाली मीटिंग के तार बंगाल चुनाव से तो नहीं जुड़े हैं । ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि शाह और पवार की कथित मुलाकात का खुलासा होने के बाद अचानक शरद पवार के बीमार होने की खबर आ गई । उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया । एनसीपी ने दावा किया कि पवार बीमार हैं और सर्जरी की जरूरत है। वैसे ये इत्तेफाक भी हो सकता है लेकिन शरद पवार के बीमार होने के बाद बंगाल में उनके सारे चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिये गए हैं।
बंगाल कनेक्शन..?
शरद पवार का एक अप्रैल से शुरू होने वाला तीन दिन का पश्चिम बंगाल दौरा रद्द कर दिया गया है. पवार इस दौरे में बीजेपी के खिलाफ कई रैलियां करने वाले थे। ममता बनर्जी से मुलाकात करने वाले थे और टीएमसी भवन में तृणमूल कार्यकर्ताओं की सभा भी करने वाले थे । मतलब शरद पवार अब बीजेपी के खिलाफ और ममता बनर्जी के समर्थन में कोई चुनाव प्रचार नहीं करेंगे । इसीलिये अनुमान लगाया जा रहा है कि अहमदाबाद वाली कथित मुलाकात का कनेक्शन बंगाल चुनाव से भी हो सकता है ।
रविवार को अमित शाह ने मीडिया के सामने कहा था कि “सभी बातें बताना ज़रूरी नहीं है.”