रागी (मडुआ) की रोटी खाने के स्वास्थ्य लाभ ।
Benefits Of Finger Millet (Ragi)
(गुड्डी नेगी)
सर्दियों में रागी (मडुआ) की रोटी (Madua ki roti) में मक्खन लगा कर खाने का मजा ही अलग है। मडुआ की रोटी स्वाद में तो बेहतर होती ही है इसके अलावा यह सेहत के लिहाज से भी गुणकारी होती है। (Madua in english) रागी (मडुआ) की तासीर गर्म होने के कारण सर्दियों के दिनों में इसका सेवन करने से शरीर को गर्मी मिलती है। रागी (मडुआ) की रोटी (Madua ki roti) को आप घी, मक्खन, गुड़, आचार लगा कर और गर्मागर्म साग के साथ खा सकते हैं। रागी (मडुआ) मुख्यतः भारत और दक्षिण अफ्रीका में उगने वाला अनाज है। भारत में कर्नाकट में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार की जाती है। इसे हमारे देश में कई अन्य लोकल नामों (राज्यों के अनुसार नाम) से भी जाना जाता है। इसके कुछ प्रमुख जैसे की दक्षिण भारत में रागी, उत्तर भारत और उत्तराखंड में मडुवा, हिमांचल में कोदरा, महराष्ट्र में नाचणी नाम से जाना जाता है। आज के इस आर्टिकल में हम चर्चा करेंगे (Madua ki roti) मडुवा की रोटी खाने से होने वाले सभी फायदों के बारे में।
रागी (मडुआ) अनेक पोषक तत्वों से भरा होता है। इसके आटे से बनी रोटी खाना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद रहता है। इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, कैरोटीन, ट्रिपटोफैन, आयरन, मिथियोनिन, फाइबर, लेशिथिन और कार्बोहाइड्रेट आदि कई अनेक तत्व मौजूद होते हैं। यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। इसे हर सीजन में खाया जा सकता है, सर्दियों के सीजन में इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद रहता है।
रागी (मडुआ) की रोटी
(Madua ki roti) रागी (मडुआ) की रोटी खाने के स्वास्थ्य लाभ –
Health benefits of finger millet (ragi)
रागी (मडुआ) की रोटी हड्डियों के लिए –
रागी (मडुआ) के आटे में कैल्शियम की प्रयाप्त मात्रा पायी जाती है। इसमें कैल्शियम की तकरीबन 344 मिग्रा मात्रा मौजूद होती है। इसमें मौजूद कैल्शियम की मात्रा बाकी अन्य सभी अनाजों के मुकाबले में बेहद अधिक है। कैल्शियम हमारे शरीर में हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए अहम स्रोत माना जाता है। बढ़ती उम्र के बच्चों से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों को हड्डीयों को मजबूत बनाने के लिए रागी (मडुआ) के आटे से बनी रोटी का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसका सेवन करने से केवल हड्डियां ही नहीं आपके दाँत भी स्ट्रांग बनते हैं। इसका सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसे हड्डी के रोग से भी बचा जा सकता है। अपने आहार में रागी (मडुआ) को जरूर शामिल करें।
Madua ki roti : वजन कम करे –
जो लोग अपने दिन प्रतिदिन बढ़ते वजन को लेकर चिंतित रहते हैं उनको रागी (मडुआ) का सेवन जरूर करना चाहिए। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें मौजूद वसा असंतृप्त वसा के रूप में होता है साथ ही इसमें वसा की मात्रा अन्य किसी भी अनाज के मुकाबले में कम होती है। ये तो हम सभी जानते हैं की अधिक वसा युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में फैट का इजाफा होता है और वजन तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा इसमें ट्रिप्टोफेन नामक एसिड पाया जाता है जो की आपको जल्दी जल्दी भूख लगने का एहसास नहीं होने देता। ऐसे में आप संतुलित और कम मात्रा में खाद्य पदार्थ ग्रहण करेंगे और आपका वजन नियंत्रण में रहेगा।
Madua ke fayde : फाइबर का भंडार –
रागी (मडुआ) (madua in hindi) में फाइबर की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। आपको बता दें की अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन वजन कम करने में भी सहायता करता है और साथ ही पेट से संबंधित अनेक समस्याओं का भी निवारण करता है। इनमें से कुछ प्रमुख कब्ज हो जाना, अपच, एसिडिटी की समस्या हैं। शरीर में फाइबर की आपूर्ति के लिए आप रागी (मडुआ) की रोटी, दलिया और खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा फाइबर का सेवन कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी नियंत्रित करता है।
Madua ke fayde : एनीमिया में –
जो लोग एनीमिया (शरीर में खून की कमी) की समस्या से परेशान हैं। उन्हें रागी (मडुआ) (madua in hindi) का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसमें पोटैशियम और आयरन की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। एनीमिया के रोगियों के शरीर में आयरन की कमी हो जाने के कारण खून कम बनता है। इसका सेवन आपके शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को सुधरने का कार्य करता है। इससे ज्यादा फायदा लेने के लिए आप इसे अंकुरित करके भी खा सकते हैं। इसके अलावा रागी (मडुआ) डोसा, बॉल्स, रोटी और दलिया के रूप में भी खा सकते हैं।
सर्दियों में जरूर खाएं मक्के की रोटी, होंगे ये जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ।Ragi ka atta ke fayde :
डायबटीज में फायदेमंद –
रागी (मडुआ) का सेवन डायबटीज (मधुमेह) से ग्रसित रोगियों के लिए भी फायदेमंद रहता है। यह ग्लुटेन फ्री होता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से ग्लूकोज के स्तर में गिरावट आती है। इसके आटे में फाइबर और फाइटो कैमिकल (phytochemicals) मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया की दर को धीमा करते हैं। जिसका फायदा ये होता है की शुगर की समस्या से झूझ रहे व्यक्ति को बार बार भूख नहीं लगती है। अपने आहार में सुबह और शाम को रागी (मडुआ) की रोटी को जरूर शामिल करें।
Ragi ka atta ke fayde :
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखे –
आज कल अत्यधिक तला, भुना और बाहर का खाना खाने से अधिकतर लोगों के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बिगड़ जाता है। ऐसे में जरूरत होती है इसे नियंत्रित करने की, इसके लिए आप रागी (मडुआ) (madua in hindi) को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें थ्रेओनीन एमिनो एसिड (threonine amino acid) पाया जाता है जो लिवर में अतरिक्त फैट नहीं जमने देता है। आप इसका सेवन रागी (मडुआ) रोटी, रागी (मडुआ) दलिया और रागी (मडुआ) खिचड़ी के रूप में कर सकते हैं।
बढ़ते कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में लाभदायक है इन खाद्य पदार्थों का सेवन।
Ragi ka atta ke fayde :
स्किन के लिए –
रागी (मडुआ) की रोटी (Madua ki roti) का सेवन आपकी त्वचा के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद रहता है। इसका सेवन स्किन को जवां रखने और चेहरे पर समय से पहले पड़ने वाली झुरिर्यों को कम करने का काम करता है। इन सब के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसमें मौजूद मेथियोनीन और लाइसिन एमिनो एसिड जो कि त्वचा की कोशिकाओं को हेल्दी बनाने का काम करते हैं। दमकती और हेल्दी त्वचा की इच्छा रखने वाले लोग रागी (मडुआ) को अपने आहार में जरूर शामिल करें।