पुलिस ने भी सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को चाक-चौबंद कर यातायात प्रबंधन के लिए कमर कस ली है। वहीं, पिछली बार 3.80 करोड़ कांवड़ियों ने हरिद्वार से जल उठाया था। इस बार रिकॉर्ड पांच करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन, पुलिस और विभागों ने अनुमानित भीड़ के अनुसार व्यवस्था तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस साल भी पुष्प वर्षा से कांवड़ियों का स्वागत होगा। कांवड़ियों के वाहनों के लिए बैरागी कैंप, गौरीशंकर नीलधारा, पंतद्वीप, लालाजी वाला, चमगादड़ टापू, रोड़ीबेलवाला, भारत माता मंदिर के पास पार्किंग बनाई गई है। मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर पुलिस, पीएसी, अर्द्धसैनिक बलों के अलावा प्रशिक्षु भी तैनात कर दिए गए हैं। बैरागी कैंप में निगरानी के लिए लाइट हाउस बनाए गए हैं। ड्रोन से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।