Thursday, November 14, 2024
Homeउत्तराखंडकैंथोला ने गढ़वाल सांसद बलूनी से की पूर्व अर्द्ध सैनिक बलों के...

कैंथोला ने गढ़वाल सांसद बलूनी से की पूर्व अर्द्ध सैनिक बलों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिये स्वास्थ्य योजना( CGHS) एलोपैथिक सेंटर की मांग

देहरादून (हि. डिस्कवर)

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने गढ़वाल सांसद भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी से दिल्ली स्थित आवास में मुलाकात कर केंद्र सरकार की पूर्व अर्द्ध सैनिक बलों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिये स्वास्थ्य योजना( CGHS) एलोपैथिक सेंटर कोटद्वार में स्वीकृत करवाने हेतु पत्र सौंपा।

मुलाक़ात में वार्ता के दौरान कैंथोला ने उपरोक्त विषय के सन्दर्भ में सांसद बलूनी को अवगत करवाया कि कोटद्वार में अर्द्ध सैनिक बलों से सेवानिवृत्त हो चुके परिवारों की सँख्या लगभग 9 हजार से ऊपर है,व उत्तराखंड से सटे हुए क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में अर्द्ध सैनिक बलों के पूर्व सैनिक निवास करते हैं,  जिनकी सँख्या लगभग 16 हजार होगी।

उन्होंने कहा कि कोटद्वार ही नहीं अपितु इस सेंटर के बनने से कोटद्वार के आस- पास के छेत्र यमकेश्वर, लैंसडाउन, चौबट्टाखाल, पौड़ी, सीमांत राज्य उत्तर प्रदेश के बिजनोर, हरिद्वार के पूर्व अर्द्ध सैनिकों को व उनके आश्रितों को इस CGHS सेंटर का लाभ मिलेगा।

विपिन कैंथोला ने जानकारी बताया कि अभी तक यह सेंटर देहरादून में था, जिस पर पूरे प्रदेश के 60 हजार से अधिक पूर्व अर्धसैनिक बल कर्मचारि आश्रित है, जिस कारण कई कई दिनों तक सबको परेशान रहना पड़ता है, व बडी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, कैंथोला ने बलूनी के यह भी अवगत करवाया कि इस विषय पर कई बार अर्द्ध सैनिक सेवानिवृत्त संगठन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपने संगठन द्वारा पत्राचार भी करता रहा है।

उन्होंने कहाकि गढ़वाल के अर्द्ध सैनिक बलों के सेवानिवृत्त संगठन व उनके आश्रितों को इस वैलनेस सेंटर को खुलवाने को लेकर सासंद जी से बढ़ी अपेक्षा है, इसके स्वीकृत होने से सभी आश्रित वेलनेस सेंटर का लाभ ले सकेंगे, व उनको देहरादून के चक्कर नही काटने पड़ेंगे, कैंथोला कहा कि उपरोक्त विषय पर बलूनी ने जल्द सकारात्मक निर्णय होने का आश्वासन दिया है

Himalayan Discover
Himalayan Discoverhttps://himalayandiscover.com
35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
RELATED ARTICLES