दिल्ली/देहरादून 31जुलाई 2018 (हि. डिस्कवर)
उत्तराखंड फिल्म एवं नाट्य संस्थान (पंजी.) आगामी 8 अगस्त को दिल्ली ने द्वारका में एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। ज्ञात हो कि उत्तराखण्ड की विरासत एवं गौरवमयी इतिहास में 15 वर्षीय वीरांगना तीलू रौतेली का नाम वीरता, शौर्य, त्याग, मातृभूमि, प्रेम एवं बलिदान के लिए बहुत ही सम्मान से लिया जाता है।
आपको बता दें वसुंधरा आर्ट द्वारा इसकी प्रस्तुति बतौर नाटक उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में सर्वप्रथम दी गयी तदोपरांत रंगकर्मी लक्ष्मी रावत ने इसे हिंदी नाटक का रूप देकर दिल्ली में तीलू रौतेली नाटक का मंचन किया और अब प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड फिल्म एवं नाट्य संस्थान (पंजी.) ने पहली बार 08 अगस्त 2017 को वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती में उत्तराखंड के गौरवशाली इतिहास पर परिचर्चा तथा संगीत के रुप में आदरणीय डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, माननीय सांसद लोकसभा, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड, के सहयोग से उनके आवास पर मनाई गई तथा 08 अगस्त को उत्तराखंड में महिला दिवस के रूप में मान्यता देने के लिए उत्तराखंड सरकार को मांग पत्र भी दिया था।
इस वर्ष भी 08 अगस्त 2018 को और अधिक विस्तार और बेहतर ढंग से वीरांगना तीलू रौतेली की 357वीं जयंती में गौरवशाली इतिहास पर परिचर्चा तथा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड की महिलाओं का सशक्तिकरण, गौरव बढ़ाने, सामाजिक सेवा एवं प्रेरणा के उद्देश्य से आदरणीय डॉ. निशंक ने अपनी तरफ से किसी एक अति विशिष्ट योग्य महिला को तीलू रौतेली वीरता पुरस्कार देने की घोषणा की है।
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए गढ़वाली सिनेमा जगत की जानी-मानी अभिनेत्री संयोगिता ध्यानी ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए देश में राज्य स्तर पर, क्षेत्रीय स्तर पर, उत्तराखंड के जिन लिए महिलाओं ने निस्वार्थ समाज सेवा शिक्षा के क्षेत्र में स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्राकृतिक संपदा आरक्षण, नशा मुक्ति आदि के लिए प्रशंसनीय कार्य किया हो उनसे प्रविष्टियां पूर्ण परिचय के साथ आमंत्रित की जाती हैं, स्वयं या किसी संस्था के माध्यम से अथवा कोई भी उत्तराखंड प्रवासी अपनी परिचित ऐसी सम्मानीय महिला की पूर्ण प्रविष्टि संस्थान को दिनांक दिनांक 02 अगस्त 2018 तक भेज सकते हैं। इसके पश्चात प्राप्त प्रविष्टियों पर विचार नहीं किया जाएगा।
किसी एक पुरस्कार विजेता का चयन आयोजकों के निर्णायक मंडल द्वारा किया जाएगा जो सर्वमान्य होगा। आयोजकों के पास इस समारोह संबंधी सभी अधिकार प्राप्त होंगे किसी विशेष परिस्थिति में अथवा अपरिहार्य कारणों से समारोह निरस्त होता है तो किसी प्रविष्टि विशेष का कोई विवाद मान्य नहीं होगा।