जकार्ता। छात्राओं के हिजाब ठीक ढंग से ना पहनने के कारण एक अध्यापक द्वारा छात्राओं को आधा गंजा करने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। घटना इंडोनेशिया की है। घटना को लेकर इंडोनेशिया में हंगामा हो गया है और इसे धार्मिक असहिष्णुता से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं हंगामे के बाद आरोपी अध्यापक को नौकरी से निकाल दिया गया है और स्कूल की तरफ से पीड़ित लड़कियों के परिजनों से माफी भी मांगी गई है। खबर के अनुसार, घटना इंडोनेशिया के पूर्वी जावा द्वीप के लामोंगान शहर की है। यहां के एक सरकारी स्कूल में बीते बुधवार को एक अध्यापक ने सिर्फ इस बात पर 14 लड़कियों को आधा गंजा कर दिया क्योंकि उन्होंने हिजाब सही ढंग से नहीं पहना हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ित लड़कियों ने हिजाब के नीचे पहने जाने वाले कैप को नहीं पहना हुआ था, जिसकी वजह से उनके बाल दिख रहे थे। इसी बात से नाराज होकर अध्यापक ने यह कदम उठाया। घटना के बाद हंगामा हुआ तो स्कूल ने आरोपी अध्यापक को निलंबित कर दिया है। साथ ही पीड़ित परिजनों से माफी मांगी है। स्कूल के प्रधान अध्यापक ने बताया कि स्कूल में हिजाब पहनना अनिवार्य नहीं है लेकिन छात्राओं को सलाह दी जाती है कि वह हिजाब के नीचे पहने जाने वाले कैप को पहने ताकि वह साफ-सुथरी लगें। स्कूल ने पूरी घटना पर माफी मांगी है। साथ ही पीड़ित छात्राओं की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी ताकि वह इस घटना से मानसिक रूप से उबर सकें।
बता दें कि इंडोनेशिया में इस्लाम सबसे बड़ा धर्म है और समय के साथ वहां रूढिवादिता बढ़ रही है। यही वजह है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में स्कूलों में छात्राओं के ड्रेस कोड में हिजाब को अनिवार्य कर दिया गया है। खास बात ये है कि यह नियम सभी धर्म की छात्राओं पर लागू है। वहीं पूर्वी जावा में घटी इस घटना के बाद आरोपी अध्यापक को पद से हटाने की मांग की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2021 में भी इंडोनेशिया में ऐसी कई घटनाएं सामने आईं थी, जहां छात्राओं को हिजाब ना पहनने या ठीक ढंग से ना पहनने पर दंडित किया गया था। इंडोनेशिया में छह बड़े धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं, ऐसे में इंडोनेशिया में इस तरह की घटनाएं धार्मिक असहिष्णुता बढ़ने की तरफ इशारा कर रही हैं।