Sunday, October 6, 2024
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श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के समापन में लोकगायक अनिल बिष्ट एवं साथी ने दी मनमोहक प्रस्तुति!

देहरादून (हि. डिस्कवर)

श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह में 180 छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक से नवाजा गया वहीं दूसरी ओर समारोह की समापन बेला पर पौड़ी गढ़वाल की सांस्कृतिक टीम “अनिल बिष्ट एवं साथी” मंच द्वारा शानदार प्रस्तुतियाँ दी गई.

ज्ञात हो कि श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह का आयोजन राजपुर रोड स्थित पैसल विड कॉलेज में आयोजित किया गया। जिसमें 40396 छात्र/छात्राओं को उपाधियों से नवाजा गया। कुल 185 छात्र/छात्राओं को स्वर्ण पदक उपाधि से महामहिम/कुलाधिपति ले0ज0(सेवा) द्वारा सम्मानित किया गया।

इस दौरान “अनिल बिष्ट एवं साथी” पौड़ी के लोक कलाक़ारों ने उत्तराखंड की लोकसंस्कृति से जुड़े सुंदर लोकगीतों व लोकनृत्यों से दर्शकों का मन मोह लिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की. वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्वविद्यालय क़ो दीक्षांत समारोह के आयोजन की शुभकामनायें देते हुये कहा कि उम्मीद की जा सकती है कि विश्वविद्यालय में उच्च शैक्षणिक माहौल होगा ताकि आने वाले समय में यह विश्वविद्यालय कई शोधार्थियों क़ो डॉक्टरेट व गोल्ड मेडल सम्मान से अलंकृत करता रहेगा.

वहीं दूसरी ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत “नंदा राजजात नृत्य एवं गीत” से प्रारम्भ किया. तदोपरान्त उभरते लोकगायक सौरभ मैठाणी द्वारा ढ़ोल दमो के साथ एकल गीत की प्रस्तुति दी. तदोपरान्त लोकगायक अनिल बिष्ट व साथियों द्वारा “दस पैंसा गेनुआ” गीत गायक पर लोक कलाकारों द्वारा शानदार सामूहिक लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया. सुप्रसिद्ध गायिका पूनम सती द्वारा बहुचर्चित लोकगीत “नन्नी नन्नी घिन्गर की दाणी, झूम्पा कैंन तोड़ी दा..! एकल गीत प्रस्तुति में दर्शकों क़ो झूमने क़ो मजबूर कर दिया.

लोकगायक अनिल बिष्ट ने “चैत की चैत्वाली” एकल गीत गाया तदोपरान्त जोग लहरी नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने कार्यक्रम में समा बाँध दिया. पूनम सती व सौरभ मैठाणी की युगल प्रस्तुति “ले पाकि जाला क्याला... व अनिल बिष्ट द्वारा “चंद्रा छोरी” गीत की प्रस्तुति ने दर्शकों क़ो बांधे रखा.

इसके उपरान्त पेस्टल बीड कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियां पेश की. इस दौरान कॉलेज परिवार व दर्शकों ने इन छात्र-छात्राओं का खूब उत्साह बढ़ाया. लोकगायक व अनिल बिष्ट की युगल प्रस्तुति “हे कांछी” ने जहाँ खूब वाह वाही लूटी वहीं अनिल बिष्ट के जौनसारी गीत “कांधे पर बाँध गठरी” पर लोकनृत्य की प्रस्तुति, सौरभ मैठाणी के गीत “सपना स्याली” व राजलक्ष्मी ने “घड्या चौड़या दयू छ लाई” की मनमोहन प्रस्तुतियाँ दी. कार्यकम के मंच संचालन की जिम्मेदारी डॉ बी पी बलोदी ने निभाई.

कार्यक्रम में संगीत पक्ष की जिम्मेदारी विनोद चौहान , प्रसिद्ध तबला वादक, सुभाष पांडे ,सौरभ उपाध्याय,सुमित गुसाईं आदि ने उठाई । वहीँ लोक कलाक़ारों  में भरत सिंह रावत, अशोक रावत, सुदर्शन बिष्ट, अंकित नेगी, विनोद सिरकोटी, वर्षा रावत, माही रावत, सुहानी नौटियाल, दीक्षा पंवार, प्रेम बल्लभ पंत, राकेश मंद्रवाल इत्यादि शामिल थे.

इस दौरान काबीना मंत्री सुबोध उनियाल, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय डॉ पी पी ध्यानी, कुलपति पैस्टल वीड के निदेशक डॉ कश्यप, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक प्रभारी सुनील नौटियाल, चेयरमैन यूएचआईएमटी के चेयरमैन ललित जोशी, पराज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस के सीईडी डॉ बी पी बलोदी, पेस्टल बीड विश्वविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ बीना, ममता सिंह, गरिमा इत्यादि उपस्थित थे.

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