देहरादून 6 अगस्त 2020 (हि. डिस्कवर)
आखिर उसे जमीन निगल यही या आसमान खा गया! थाना डोईवाला पुलिस ही नहीं बल्कि सुमन प्रकाश को ढूँढने के लिए उनके रिश्तेदार व मित्रों ने भी एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है! और तो और राजनीतिक व्यक्तित्व व समाजिक क्षेत्र में दखल रखने वाले ब्यक्ति, नारायण विहार ही नहीं बल्कि समस्त कारगी क्षेत्र के विभिन्न संगठन, वरिष्ठ नागरिक मंच इत्यादि आये दिन इस घटना का अपडेट लेने का प्रयास कर रहा है लेकिन हासिल पाया जीरो..!
यह सब देखते हुए जैसे-जैसे दिन बढ़ते जा रहे हैं, सुमन प्रकाश डोभाल के परिवार व रिश्तेदारों के सब्र का बाँध टूटता जा रहा है! सुमन के घरवालों को जब लगने लगा कि पुलिस की कार्यवाही में भी कोई साकारात्मक परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं तो उन्होंने उसकी फोटो पोस्टर छापकर जीवित सुमन प्रकाश डोभाल की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपये का नगद ईनाम देने की घोषणा की है!
थाना क्षेत्र कारगी के नारायण विहार के निवासी सुमन प्रकाश डोभाल गढवाल मंडल विकास निगम में कैसुअल नौकरी पर जौलीग्रांट एअरपोर्ट में तैनात था! घरवालों की माने तो सुमन प्रकाश डोभाल विगत 11 जुलाई 2020 को रोज की तरह ड्यूटी पर गया था लेकिन वह रविवार से लेकर 13 जुलाई तक ऋषिकेश में अपने एक मित्र के साथ रहा! वह घर क्यों नहीं आ रहा है, माँ ने जरुर पूछा होगा! 14 जुलाई को वह अंतिम कॉल लगभग ढाई बजे दोपहर अपनी माँ को करता है व अपने बेटे से भी बात करता है! शाम को घर लौटने की बात होती है लेकिन वह घर नहीं पहुँचता व फोन स्विच ऑफ हो जाता है!
जब 15 को भी फोन स्विच ऑफ होता है तो परिजनों को घबराहट होनी शुरू होती है! रिश्तेदार जुटते हैं व खोजबीन पर निकलते हैं लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकलता! 16 को परिजनों के पास फोन आता है कि सुमन प्रकाश डोभाल की कार चीला बैराज के पास खड़ी है , लेकिन सुमन प्रकाश का कोई अता-पता नहीं है! 16 जुलाई को परिजन थाना डोईवाला में सुमन प्रकाश की गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज करते हैं! थानाधिकारी डोईवाला जाँच जौलीग्रांट चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर चमोली को सौंपते हैं! इस दौरान लगातार परिजन, रिश्तेदार भी अपने स्तर पर तलाश में जगह जगह टीम बनाकर निकलते हैं लेकिन न पुलिस कार्यवाही में कुछ हाथ आता है न शक के दायरे में लिए गए सुमन प्रकाश के चार दोस्तों से कुछ जानकारी मिल पाती है!
थक-हार कर आखिर सुमन प्रकाश डोभाल की पत्नी श्रीमती मीनाक्षी डोभाल व कारगी क्षेत्र के सम्भ्रांत लोग 30 जुलाई 2020 को डीआईजी अरुणमोहन जोशी से मुलाक़ात करते हैं, डीआईजी अरुण मोहन शीघ्र ही इस प्रकरण को सुलझाने का भरोंसा देते हैं लेकिन तब से लेकर वर्तमान तक क्या सुमन प्रकाश डोभाल के परिजन और क्या पुलिस प्रशासन सभी अढाई कोस की ही दूरी तय कर पाते हैं! अभी भी सुमन प्रकाश डोभाल प्रकरण की जांच क्र रही पुलिस टीम के पास सिर्फ अँधेरे में हाथ पाँव मारने के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा!
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब पुलिस प्रशासन चारों संदिग्धों का नार्को टेस्ट करवाने के लिए कोर्ट से परमिशन ले रही है ताकि सच्चाई सामने लाइ जा सके! प्रथम दृष्टा पुलिस भी इसे आत्महत्या का प्रकरण समझ रही थी लेकिन जब पुलिस कार्यवाही के दौरान पुलिस को विश्वास हो गया कि सुमन प्रकाश आत्महत्या नहीं कर सकता तब इसकी जांच में तेजी लाई गयी है! फिलहाल कारगी क्षेत्र के निवासी व सुमन प्रकाश डोभाल के रिश्तेदार पुलिस द्वारा किये जाने वाले नारको टेस्ट का इन्तजार कर रहे हैं! वहीँ दूसरी ओर सूत्र ये भी बताते हैं कि सुमन प्रकाश का अगर जल्दी पता नहीं चल पाया तो क्षेत्रीय जनता इस प्रकरण पर कुछ नया कदम उठाने की तैयारी में भी है! बहरहाल सुमन प्रकाश डोभाल को जमीन खा गयी या आसमान..! कोई भी किसी भी अन्गल से उसका पता नहीं लग पा रहा है!