त्वचा की देखभाल में एसेंशियल ऑयल की लोकप्रियता बढ़ रही है। ये तेल कम से कम साइड इफेक्ट के साथ महत्वपूर्ण त्वचा लाभ प्रदान करते हैं। ऐसा ही एक एसेंशियल ऑयल है नीलगिरी का तेल यानी यूकेलिप्टस ऑयल है। यह तेल नीलगिरी के पेड़ से आता है, जो ऑस्ट्रेलिया मूल से सम्बन्ध रखता है। यह कई फाइटोकेमिकल यौगिकों में समृद्ध है, जिसमें फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड और टैनिन शामिल हैं। तेल में महत्वपूर्ण एंटी- इन्फ्लेमेट्री, जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण इसे खास बनाते हैं।
पर्यावरण से सुरक्षा करता है
एक अध्ययन के मुताबिक़ इसमें काफी मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट पर्यावरणीय आक्रमणकारियों से स्किन को होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसलिए अगर आप धूल या प्रदूषण वाले माहौल में रहती हैं, तो आपको नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
अब जानिए त्वचा के लिए कैसे करना है नीलगिरी के तेल का उपयोग
त्वचा को साफ़ करने के बाद आप यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। नीलगिरी के तेल को सीधे त्वचा पर लगाने से जलन हो सकती है, क्योंकि यह काफी प्रभावकारी होता है। इसलिए आप इस तेल को डिफ्यूजऱ या शॉवर में भी मिला सकती हैं। अपनी त्वचा पर दिन में एक से अधिक बार एक एसेंशियल ऑयल का उपयोग करना अच्छा नहीं है।
खुराक
नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को जेल या किसी अन्य सपोर्टिंग तेल के साथ मिलाएं, जो आपकी त्वचा के अनुकूल हो। फिर आप इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगा सकती हैं। हालांकि नीलगिरी के तेल का उपयोग करना आसान है, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। उनके बारे में जानना भी जरूरी है।
त्वचा के लिए नीलगिरी के तेल के दुष्प्रभाव
अगर आप सोच रहीं हैं कि नीलगिरी के तेल को बिना डिफ्यूज़ किए अपनी त्वचा पर लगा सकती हैं, तो ऐसा बिलकुल न करें। अधिकांश एसेंशियल ऑयल तेलों की तरह, यह भी आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। नीलगिरी का तेल संवेदनशील त्वचा पर सूजन भी पैदा कर सकता है। इसलिए, नीलगिरी के तेल का उपयोग करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लें।
नीलगिरी की पत्तियों से निकाले गए इस तेल का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इसके संभावित त्वचा लाभों के लिए इसके जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटी इन्फ्लेमेट्री गुण जिम्मेदार हो सकते हैं। हालांकि, तेल के इस्तेमाल से आपकी स्किन को होने वाले लाभ समझने के लिए आप त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लें। यह भी सुनिश्चित करें कि आप इसके इस्तेमाल से पहले एक पैच टेस्ट ज़रूर करें।
सनबर्न में राहत दे सकता है
ब्यूटी एक्सपर्ट सुवर्णा के अनुसार नीलगिरी का तेल सनबर्न को शांत करने में मदद कर सकता है। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की लालिमा को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। हालांकि, इस संबंध में और अधिक शोध की आवश्यकता है।
घावों को कीटाणुरहित करता है
त्वचा पर घाव भरने के लिए आप नीलगिरी के एसेंशियल ऑयल का उपयोग कर सकती हैं। यह उपचार प्रक्रिया में तेजी लाने में मदद कर सकता है। मेयो क्लीनिक के एक अध्ययन से पता चलता है कि नीलगिरी का तेल घाव भरने की प्रक्रिया में तेजी लाता है।
मॉइस्चराइज़ करता है
अध्ययनों से पता चला है कि नीलगिरी का तेल त्वचा को नमीयुक्त रखने, सूजन को कम करने और यूवीबी-प्रेरित कोलेजन गिरावट को रोकने के लिए सेरामाइड उत्पादन बढ़ा सकता है जिससे स्किन ड्राइनेस हटाने में मदद मिलती है।