नई दिल्ली। दम है तो दिखेगा और हिंदुस्तान का वो दम बर्मिंघम में दिखा है। कॉमनवेल्थ गेम्स में वजन उठाने के खेल में भारत के संकेत महादेव सरगर ने देश की झोली में पहला मेडल डाला है। उन्होंने अपनी बाजुएं खोलकर, पूरी जान झोंककर पुरुषों के 55 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने लायक वजन उठाया है। 19 साल के संकेत के लिए बर्मिंघम में हिंदुस्तान की शान बढ़ाना इतना आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की है. उन्होंने वजन उठाने से पहले दुश्मन बने खुद के वजन को मात दी है तब जाकर ये सफलता हाथ लगी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने वाले 19 साल के संकेत महादेव सरगर कोल्हापुर के शिवाजी यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। पिछले महीने जब वो नेशनल और खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा लेने भुवनेश्वर पहुंचे तो वजन बढ़े होने की वजह से उनका उन खेलों में भाग ले पाना मुश्किल लग रहा था। 55 किलोग्राम में उतरने वाले संकेत का वजन 1.7 किलो बढ़ा था।
वजन बना दुश्मन तो छोड़े रोटी-चावल
संकेत ने तब कहा था, “मैं जब भुवनेश्वर पहुंचा तो वजन 56.7 किलोग्राम बढ़ा था. इसके बाद मैंने तत्काल प्रभाव से कार्बाेहाइड्रेट वाली सारी चीजें जैसी रोटी, चावल खानी छोड़ दी। मैं बस उबली हुई सब्जियां और सलाद खाने लगा। यहां तक कि मैंने पानी पीना भी कम कर दिया था.” संकेत महादेव सरगर के उन प्रयासों का नतीजा है कि आज उनके दम से भारत का नाम रोशन है।
12 घंटों की कड़ी मेहनत का नतीजा मेडल
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की झोली में सिल्वर मेडल डालने वाले संकेत महादेव सरगर ने वेटलिफ्टिंग का खेल खेलना 13 साल की उम्र से शुरू कर दिया था। उनके मुताबिक मोहल्ले में शायद ही कोई बच्चा दूसरा खेल खेलता था। लेकिन वो 12 घंटों तक इस खेल में रमे रहते थे। इसी का अभ्यास करते थे. और, अब जो कमाल वो कर रहे हैं ये उनके उसी मेहनत का नतीजा है।
2024 ओलिंपिक्स पर निगाह
कॉमनवेल्थ गेम्स बर्मिंघम में भारत की चांदी कराने वाले वेटलिफ्टर संकेत महादेव का असली मकसद 2024 के पेरिस ओलिंपिक में कमाल करना है। वो वहां 61 केजी कैटेगरी में हिस्सा लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरा फोकस 2024 ओलिंपिक्स पर है। उसके लिए मुझे 61 केजी में हिस्सा लेना होगा. ये शरीर के वजन में एक बड़ा उछाल है. जो भी वक्त बचा है उसमें मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी.”
खेल 2022 में मलेशिया के अनिक मोहम्मद से सिर्फ एक किलो के अंतर से हारने के बाद रजत पदक प्राप्त किया। 21 वर्षीय संकेत ने 55 किग्रा भार वर्ग के स्नैच राउंड में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क राउंड में 135 किग्रा सहित कुल 248 किलोग्राम भार उठाया, जबकि अनिक ने स्नैच में 107 और क्लीन एंड जर्क में 142 किग्रा के साथ कुल 249 किग्रा भार उठाया।
संकेत ने क्लीन एंड जर्क राउंड में पहले प्रयास में सफलतापूर्वक 135 किग्रा वजन उठाने के बाद दूसरे और तीसरे प्रयास में 139 किग्रा उठाना चाहा, लेकिन वह असफल रहे और उन्होंने रजत से संतोष किया। अपने दूसरे प्रयास में असफल होने के बाद अनिक ने अंतिम प्रयास में 142 किग्रा उठाकर स्वर्ण हासिल किया। श्रीलंका के दिलंका युडागे ने 225 किग्रा (105 स्नैच, 120 क्लीन एंड जर्क) के साथ कांस्य पदक प्राप्त किया।