देहरादून (हि. डिस्कवर)।
आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री यह कहते दिख रहे हैं कि ‘18 से 45 वर्ष आयु के नौजवानों को ऑक्सीजन लगना शुरू हो गया है’। उनके इस बयान पर उन्हें हंसी का पात्र बनाया जा रहा है। उन पर तमाम तरह के अमर्यादित कमेंट किए जा रहे हैं। जबकि सच्चाई कुछ और है।
यह वीडियो शनिवार को उनके गोपेश्वर दौरे का है। मीडिया कर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ‘वैक्सीन हम बड़ी तेजी से लगा रहे हैं, 18 से 45 वर्ष आयु के नौजवानों को ऑक्सीजन लगना शुरू हो गया है, (फिर अपनी गलती सुधार कर कहते हैं कि) वैक्सीन लगना शुरू हो गया है’। वीडियो में उन्होंने जतना से आह्वान किया है कि सभी लोग टीका जरूर लगवाएं तभी कोरोना को हराया जा सकता है। लेकिन घटिया राजनीति पर विश्वास करने वाले कुछ सिरफिरों ने इस वीडियो का सिर्फ आधा हिस्सा वायरल किया। आगे का वो हिस्सा काट दिया जिसमें मुख्यमंत्री अपनी बात संभालते हुए साफ शब्दों में ‘वैक्सीन’ कह रहे हैं। दरअसल, यह देखा जा रहा है कि एक जमात साजिश के तहत मुख्यमंत्री का वीडिया एडिट करते हुए लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही है। ऐसे
साजिशकर्ताओं को आसानी से पहचाना जा सकता है। यह देखा जाना चाहिए कि किस पृष्ठभूमि के लोग मुख्यमंत्री के एडिट वीडियो को सोशल मीडिया में अधिकतर वायरल कर रहे हैं। ऐसे लोग यह नहीं समझ रहे कि वे अपनी सियासत को चमकाने के लिए देवभूमि उत्तराखण्ड की छवि भी खराब कर रहे हैं। आप ये दोनों वीडियो देखकर साजिश का अंदाजा खुद लगा सकते हैं।
https://youtu.be/iB-DQJABdXY
(सुनिये मुख्यमंत्री के सम्पादित व मूल वीडियो को)
मुझे लगता है कि जहां भी इसे सम्पादित किया गया है व जिस चैनल या सोशल साइट ने इसे सबसे पहले पब्लिश किया उसकी जांच की जानी चाहिये क्योंकि ऐसे कारगुजारी पत्रकारिता पर प्रश्नचिन्ह लगाती है व मीडिया के प्रति आम जन के मध्य अविश्वास पैदा करता है।