देहरादून (हि. डिस्कवर)।
देवभूमि सामाजिक सांस्कृतिक समिति कैमरी दूधली के तत्वावधान में दो दिवसीय सांस्कृतिक मेले का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल व प्रमुख श्रीमति भवानी गायत्री विकास खंड खिर्सू के कर कमलों द्वारा किया गया। जिसमें समिति के पदाधिकारी व सदस्यों के अलावा क्षेत्रीय लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की।
इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। गायिका दीपा सागर, मनीषा रांगड़ व सुप्रसिद्ध गायक सौरभ मैठाणी व वी कैश (विक्की भारद्वाज) के बैंड ने मंच से शानदार कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया। एक ओर जहां दीपा सागर ने भजन के बाद गढवाळी कुमाउनी गीतों की प्रस्तुति दी वहीं स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी मनीषा रांगड़ ने दो पुराने लोकगीतों को नये फ्लेवर में प्रस्तुत किया। सौरभ मैठाणी ने भी अपने गीतों की शुरुआत भजन से की व बाद में अपनी टीम के कलाकारों के साथ कई गढवाळी गीतों में मंचीय प्रस्तुति दी।
इस दौरान देवभूमि सामाजिक सांस्कृतिक समिति द्वारा रा. प्रा. विद्यालय गहड़ विकास खंड खिर्सू पौड़ी गढ़वाल की अध्यापिका संगीता फरासी कोठियाल को शिक्षा के क्षेत्र में किये गए उनके विलक्षण कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। समिति के अध्यक्ष चन्द्रवीर गायत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि विकास खंड खिर्सू में गहड़ एक मात्र ऐसा राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जो पूरे उत्तराखंड के विद्यालयों की शीर्ष श्रेणियों में से एक कहा जा सकता है। इस सबके लिए वहां की सहायक अध्यापिका संगीता फरासी कोठियाल द्वारा प्रारम्भिक शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे मूलभूत परिवर्तन व अथक प्रयास हैं। उन्होने कहा कि उन्हें गर्व है कि यह उनके गांव का प्राथमिक विद्यालय है जहां सरकारी स्कूल के छात्र डाइनिंग टेबल में बैठकर भोजन करते हैं। यही नहीं इस स्कूल की फुलवारी व छात्रों के क्रियाकलाप साफ स्वच्छ स्वस्थ ड्रेसअप मन मोह लेता है।
देवभूमि सामाजिक सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष चन्द्रवीर गायत्री ने बताया कि शायद गहड़ स्कूल की अध्यापिका संगीता फरासी कोठियाल पहली ऐसी अध्यापिका हैं जो छुट्टी के पश्चात अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा गरीब, मजलूम व लाचार परिवार के बच्चों की शिक्षा में खर्च करती है व श्रीनगर के झुग्गी झोपड़ी व संपेरा बस्ती में जा-जाकर उन बच्चों को पढ़ा रही है जिन्होंने कभी स्कूल नहीं देखा।
इस दौरान समिति द्वारा सुप्रसिद्ध गायक सौरभ मैठाणी, गायिका मनीषा रांगड़, दीपा सागर, वी कैश इत्यादि को दुशाला ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। खबर लिखे जाने तक इतनी जानकारी प्राप्त हुई कि अभी गोर्खाली समुदाय द्वारा भी रंगारंग प्रस्तुति दी जाएगी व लोकगायिका मीना राणा भी इस मेले में शिरकत करेंगी। कार्यक्रम का मंच संचालन गम्भीर जयाड़ा ने किया।