Monday, October 20, 2025
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कांग्रेसी नेता दीपक असवाल 06 साल के लिए पार्टी से निलंबित।

पौड़ी गढ़वाल (हि. डिस्कवर)

भाजपा के अजेय गढ़ में सेंधमारी कर त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में बम्पर मतों से जीत दर्ज कर क्षेत्र पंचायत का चुनाव जीतने वाले कांग्रेस युवा मोर्चा के सचिव दीपक असवाल को कांग्रेस पार्टी ने 06 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। यह आश्चर्यजनक ही है कि पौड़ी गढ़वाल की सिलेथ क्षेत्र पंचायत से चुनाव जीतने वाले दीपक असवाल ‘शेरू’ ने जब कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लड़ना चाहा तो उनका चुनाव मत पत्र ही कैंसिल करवा दिया गया। ज़ीरो ऑवर में पुन: निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में चुनाव लड़ने वाले दीपक असवाल ने अपने सभी प्रतिध्वंद्धियों को न सिर्फ़ मात दी बल्कि उनके में कई की ज़मानत भी जब्त करवा दी।

कांग्रेसी नेता दीपक असवाल के पार्टी से निष्कासन को लेकर लोगों में तरह-तरह की राय है। किसी का कहना है कि उन्हें कांग्रेस में लाने व पद दिलाने वाले उनके राजनैतिक गुरु महेन्द्र सिंह राणा के भाजपा में शामिल होने के कारण क्षेत्र के कुछ कांग्रेसी नेताओं को दीपक असवाल अक्सर अखरता था क्योंकि दीपक को उनकी उम्र के अनुसार कांग्रेस द्वारा सचिव बनाये जाने को लेकर भी कुछ कांग्रेसी द्वेषभाव से ग्रसित थे।
दीपक के चुनाव जीतने के बाद तक भी सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन जैसे ही दीपक कनिष्ठ प्रमुख (निर्दलीय) बने तो कांग्रेसियों को उनका यह पद अखरने लगा जबकि दीपक कहते फिरते रहे कि वह जन्मजात कांग्रेसी हैं, और उसी में ही रहेंगे।

अब जबकि दीपक का कांग्रेस से 06 साल के लिए निष्कासन हो गया है, तब भी दीपक कहते हैं कि वे कांग्रेसी हैं और जिंदगी भर कांग्रेसी ही रहेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में दीपक असवाल एक ऐसे सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिनकी ग्रामीण समाज के मध्य बिशेष पैठ है। वह समाज हित में दिन रात लगे रहते हैं व समाज के चहेते भी हैं। यही कारण है कि जब उनके गाँव क्षेत्र की क्षेत्र पंचायत सीट रिजर्व हुई तब उन्होने सिलेथ ग्राम पंचायत की क्षेत्र पंचायत सीट से चुनाव नामांकन किया जिसमें सिलेथ, बिष्ट ध्वीली, बूँगा ग्राम सभाएं पड़ती हैं और इन गाँवों में भाजपा का बड़ा जनाधार है। सिलेथ गाँव जिसे पूर्व में कांग्रेसी अपना गढ़ मानते रहे हैं, वहाँ दीपक असवाल को सबसे कम मत मिले हैं जबकि बिष्ट ध्वीली व बूँगा ग्राम सभा में लगभग 90 प्रतिशत भाजपा समर्थक वोटर्स हैं लेकिन यहाँ से दीपक ने चुनाव में बम्पर वोट अर्जित किये।

सिलेथ क्षेत्र पंचायत सीट से कुल मिलाकर 06 कैंडिडेट चुनाव लड़े, लेकिन कोई भी दीपक असवाल की चुनावी राजनीति व रणनीति के आस पास नहीं पहुँच पाया। सिर्फ़ उनके निकटतम एक प्रत्याक्षी ही सौ का आंकड़ा पार कर पाया जबकि दीपक असवाल 392 वोट अर्जित कर यह चुनाव भारी मतों से जीते।

अब ऐसे युवा नेता दीपक असवाल को कांग्रेस पार्टी ने छ: बर्ष के लिए निष्कासित कर न सिर्फ़ आगामी 2027 में इस क्षेत्र के कांग्रेस के प्रति बढ़ते रुझान ने ग्रामीण नागरिकों को नाराज किया है, अपितु कांग्रेस के बढ़ते जन समर्थन में भी इसे कील ठोक देने वाला कहा जा सकता है।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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