जम्मू-कश्मीर (हि. डिस्कवर)
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में कई लोगों के मरने की खबर है। एनडीआरएफ के मुताबिक, 13 लोगों की मौत हुई है। हादसे की सूचना पाकर एनडीआरएफ व आईटीबीपी की टीमें रेस्क्यू के लिए पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि बादल फटने की दुर्घटना के दौरान गुफा के आसपास दस हजार के आसपास श्रद्धालुओं के मौजूद होने का अनुमान है। यह घटना शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई है। हादसे के बाद पीएम मोदी ने उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से इस बाबत जानकारी ली है। भारतीय सेना ने बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र में यात्रियों की सहायता के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों सहित 6 बचाव दल राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि बादल फटने के बाद कुछ लंगर और तंबू सैलाब की चपेट में आ गए हैं, दो लोगों की मौत की सूचना है। पुलिस, एनडीआरएफ और एसएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा था कि घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। वहीं, आईटीबीपी के पीआरओ विवेक कुमार ने बताया कि काफी लोगों को वहां से निकाला गया है, कई लोगों को बचाया भी गया है। अभी स्थिति को देखते हुए यात्रा रोकने का निर्णय लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
कांग्रेस ने बादल फटने की घटना पर दुख व्यक्त किया है। पार्टी ने कहा कि पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के हादसे में कई लोगों के हताहत होने की खबर बेहद दुःखद है। कांग्रेस परिवार की संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ है और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना पर ट्वीट किया, “बाबा अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटने से आयी फ्लैश फ्लड के संबंध में मैंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं।”
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि “अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कई श्रद्धालुओं के लापता होने और मृत्यु की ख़बर बेहद दुःखद है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।”
अमरनाथ गुफा के निचले इलाकों में बचाव अभियान जारी है। घायलों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर रवाना किया गया है। लापता लोगों की तलाश में बचाव दल जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा, “हमारी 1 टीम गुफा के पास तैनात रहती है, वो टीम तत्काल बचाव कार्य में जुट गई थी। 2 टीम पास में हैं जिसमें से 1 वहां पहुंच कर काम पर लग गई है,1 टीम शामिल होने वाली है। वहां मौजूद हमारे लोगों के मुताबिक 13 लोगों के मौत की खबर है और 3 को वहां से जीवित निकाला गया है।”
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय के अनुसार पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका है। उन्होंने बताया कि आईटीबीपी, एनडीआरएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना के जवानों समेत मौजूद सुरक्षा बल लगातार लोगों को बाहर निकालने में लगे हुए हैं। रात होने की वजह से रेस्क्यू में थोड़ी दिक्कत है लेकिन यह रात भर जारी रहेगा।