नई दिल्ली। टमाटर की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय इसके लिए ‘टमाटर ग्रैंड चैलेंज’ शुरू करेगा। इस ग्रैंड चैलेंज में टमाटर के उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण में सुधार के लिए नवोन्मेषी विचारों को आमंत्रित किया जाएगा। यह जानकारी उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि टमाटर ग्रैंड चैलेंज इस सप्ताह शुरू होगा। नवोन्मेषी विचारों को आमंत्रित करने के बाद प्रोटोटाइप बनाया जाएगा। फिर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। ऐसा प्रयोग प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए किया जा चुका है। टमाटर की यह कीमतें अस्थाई और मौसमी है। कुछ इलाकों में बारिश से परिवहन पर असर पड़ा है। इसलिए कीमतों में उछाल है। जल्द ही स्थिति नियंत्रण में होगी।
इस बीच तमिलनाडु सरकार ने राज्य में फार्म फ्रेश आउटलेट्स के माध्यम से टमाटर 68 रुपये प्रति किलोग्राम बेचने का फैसला किया है। सरकार की योजना है कि इस कीमत को जल्द ही और कम किया जाए। उल्लेखनीय है कि देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश और पैदावार कम होने की वजह से प्रमुख मंडियों में टमाटर का थोक भाव 60-80 रुपये और खुदरा मूल्य 100-120 रुपये प्रति किलोग्राम है।