देहरादून (हि. डिस्कवर)।
चार जिलों के जिलाधिकारियों सहित लगभग तीन दर्जन आई ए एस अधिकारियों के बम्पर तबादलों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली में नया इजाफा किया है जिससे लगता है कि उनके टारगेट में वे सभी नौकरशाह हैं जिन्हें गाहे-बगाहे पिछली सरकारों में महत्वपूर्ण पद पर सुशोभित किया गया था या फिर जो महत्वपूर्ण पद संभालने पर भी जनता से संवादहीनता के कारण विकास कार्यों को परिणति नहीं दे पाये।
जिलाधिकारी चमोली स्वाति भदौरिया का आखिरकार तबादला हो ही गया है जो विधान सभा सत्र गैरसैण के दौरान सड़क की मांग करने वाले क्षेत्रवासियों पर ग्रामीणों के अनुसार लाठी चार्ज की दोषी, कोरोनाकाल में पार्क में एंट्री व गोपेश्वर में पत्रकारों के कार्यालय खाली करवाने को लेकर बेहद चर्चाओं में रही। वहीँ बहुत देरी से ऊर्जा निगम का पदभार सम्भालने वाले दीपक रावत को पुनः मेला अधिकारी हरिद्वार, गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी आशीष चौहान को जिलाधिकारी पिथौरागढ़ बनाया गया है।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी उच्च शिक्षा, एसए मुरुगेशन से लघु सिंचाई का प्रभार हटाकर हरीश चंद्र सेमवाल को लघु सिंचाई व धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव बनाया गया है।
चंद्रेश कुमार यादव से सचिव प्रभारी गन्ना, चीनी तथा एमडी उत्तराखंड सुगर फेडरेशन से अवमुक्त कर उनकी जगह पंकज पांडे को लाया लाया गया है।
स्वाति भदौरिया के स्थान पर हिमांशु खुराना को जिलाधिकारी चमोली, नितिन सिंह भदौरिया की जगह वंदना सिंह बनी जिलाधिकारी अल्मोड़ा, आनन्द स्वरूप से जहां जिलाधिकारी पिथौरागढ़ का प्रभार हटा वहीं उन्हें अपर सचिव ग्राम्य विकास आयुक्त ग्राम विकास तथा निबन्धक सहकारिता का जिम्मा दिया गया है। आशीष कुमार श्रीवास्तव को अपर सचिव सूचना प्रौधोगिकी, विज्ञान एवं तकनीकी निदेशक का पदभार सौंपा गया है जबकि सी रविशंकर से जिलाधिकारी हरिद्वार की जिम्मेदारी हटाकर उनकी जगह विनय शंकर पांडे को जिलाधिकारी हरिद्वार के साथ हरिद्वार रुड़की प्राधिकरण का उपाध्यक्ष का जिम्मा भी सौंपा गया है। सी रविशंकर की जिम्मेदारी बढ़ाते हुए उन्हें अपर सचिव वित्त, चिकित्सा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डॉ आर राजेश कुमार सीईओ स्मार्ट सिटी देहरादून, विनोद कुमार सुमन सचिव प्रभारी सचिवालय प्रशासन, आशीष भटगाई मुख्य विकास अधिकारी उधमसिंह नगर, सबिन बंसल परियोजना अधिकारी यूपीएपीयूआरपी, झरना कमठान अपर सचिव समाज कल्याण तथा निदेशक बहुद्देश्यीय वित्त विकास निगम, प्रताप सिंह शाह अपर सचिव राज्य सम्पति, अरुणेंद्र सिंह चौहान अपर सचिव वित्त, अभिषेक रोहिल्ला नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून तथा परियोजना निदेशक उत्तराखंड शहरी विकास एजेंसी, योगेंद्र यादव अपर सचिव सैनिक कल्याण, देव सिंह तिवारी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तराखंड खादी एवं ग्रामोद्योग, प्रदीप सिंह रावत अपर सचिव समाज कल्याण, आयुक्त निशक्तजन एवं महिला कल्याण, अतर सिंह अपर सचिव लोक निर्माण विभाग, देव सिंह अधिकारी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तराखंड खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, वेरी राम अपर सचिव सचिवालय प्रशासन तथा तकनीकी शिक्षा तथा संजय सिंह टोलिया को निदेशक जनजाति निदेशालय बनाया गया है।
रामविलास यादव से आखिरकार अपर सचिव समाज कल्याण के प्रभार से हटाया ही गया है। ज्ञात हो कि इन्हीं के कार्यकाल में समाज कल्याण विभाग में अरबों के घोटालों का पर्दाफाश हुआ है, और इन्हें हमेशा ही इन घोटालों को लेकर निशाने पर लिया गया है।
इसके अलावा भूपाल सिंह मनराल से सचिव प्रभारी सचिवालय प्रशासन, सुरेश जोशी से अपर सचिव समाज कल्याण, निदेशक जनजाति निदेशालय एवं अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तराखंड खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड हटा दिया गया है।